बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के नतीजे देर रात (10 नवंबर) घोषित किए गए. अमौर सीट से अख्तरउल इमान (AIMIM) ने बाजी मारी. उन्होंने जेडीयू की सबा जफर को 52515 वोटों से हराया. अब्दुल जलील मस्तान (कांग्रेस) तीसरे स्थान पर रहे. अमौर से 14 उम्मीदवार मैदान में थे. यहां तीसरे चरण के तहत 7 नवंबर को 58.46% वोटिंग हुई थी.
इस बार चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनजर वोटिंग के दौरान कई दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें मतदान कर्मियों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की स्वच्छता, मास्क पहनना, थर्मल स्कैनिंग, सेनिटाइजर और पानी की उपलब्धता और अन्य मापदंडों का पालन सुनिश्चत कराया जाना शामिल था.
अब तक का इतिहास
इससे पहले अमौर विधानसभा सीट पर 17 बार चुनाव हुए हैं. इसमें दो उपचुनाव भी शामिल हैं. इस सीट से कांग्रेस 8 बार जीती है, जबकि निर्दलीय चार बार, पीएसपी दो बार, बीजेपी, समाजवादी पार्टी और जनता पार्टी एक-एक बार जीत दर्ज करने में सफल हुई हैं.
2015 का समीकरण
अब्दुल जलील मस्तान 2015 में 6वीं बार विधायक बने थे. 2015 के चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार अब्दुल जलील मस्तान ने बीजेपी की सबा जफर को हराया था. अब्दुल जलील मस्तान ने 51,997 मतों के अंतर से चुनाव जीता था. इससे पहले अब्दुल जलील 1985, 1990, 2000, 2005 (फरवरी और अक्टूबर) में यहां से जीते थे.
ये भी पढ़ें
aajtak.in