Bihar Election Latest Updates: बिहार में चुनावी प्रचार ने जोर पकड़ लिया है. रैली और जनसभाओं के बीच अब जनता को रिझाने के लिए वादों का दौर शुरू हो गया है. महागठबंधन आज शाम अपना घोषणा पत्र जारी करेगा. इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने विजन को सामने रखा और एनडीए पर निशाना साधा है.
तेजस्वी का कहना था कि महागठबंधन के पास मुख्यमंत्री का चेहरा तय है, लेकिन एनडीए अभी तक ये नहीं बता पा रहा कि उनका चेहरा कौन होगा.
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होगा. पहले चरण में 6 नवंबर को वोटिंग होगी. दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होगा. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी.
एनडीए ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी करने का ऐलान कर दिया है. बताया जा रहा है कि एनडीए 30 अक्टूबर को अपना घोषणापत्र जारी करेगा. तो वहीं, आज शाम को महागठबंधन पटना में प्रेस वार्ता कर अपने घोषणापत्र जारी करेगा.
Bihar Election Manifesto: मंगलवार शाम को पटना के एक होटल में महागठबंधन प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. इस प्रेस वार्ता में आरजेडी नेता समेत गठबंधन के अन्य घटक दलों के नेता भी शामिल होंगे जो साझा रूप से महागठबंधन का घोषणापत्र जारी करेंगे.
पटना में बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, 'आज हम चुनाव प्रचार शुरू कर रहे हैं और हमें बिहार में हर जगह जाना है और इस बार बिहार की जनता बदलाव के मूड में है... जो लोग रोजी-रोटी के लिए बिहार से पलायन कर गए थे, जो रोजी-रोटी के लिए बाहर गए थे, आपने देखा होगा कि छठ में वे कैसे वापस लौटे... यह देखकर दिल टूट गया. रेल मंत्री ने 12,000 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी, लेकिन आपने देखा कि कैसे हमारे भाई-बहन ट्रेनों में भरकर आए. लोग ट्रेनों में ठूंस-ठूंस कर आए. ये स्पेशल ट्रेनें कहां गईं? इन लोगों ने बिहार की जनता को सिर्फ़ धोखा दिया है... अब यह नहीं चलेगा.'
उन्होंने SIR के दूसरे चरण पर बोलते हुए कहा, 'ये तो करना ही था, ये तो पहले ही कह चुके थे.'
महागठबंधन आज शाम अपना घोषणा पत्र जारी करेगा. इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने विजन को सामने रखा और एनडीए पर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के पास मुख्यमंत्री का चेहरा तय है, लेकिन एनडीए अभी तक ये नहीं बता पा रहा कि उनका चेहरा कौन होगा.
उन्होंने कहा कि आने वाले 5 साल में तेजस्वी सरकार क्या काम करेगी, इसका पूरा रोडमैप इस घोषणा पत्र में शामिल है. आरजेडी नेता ने इसे ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ बताते हुए कहा कि ये सिर्फ वादों का नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का दस्तावेज है.
उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए की सारी योजनाएं महागठबंधन की नीतियों की नकल हैं और मौजूदा सरकार का विजन शून्य है. तेजस्वी ने प्रधानमंत्री पर भी हमला बोला और कहा कि उनकी भाषा हमेशा नकारात्मक होती है. वे सिर्फ आरोप लगाते हैं लेकिन समाधान नहीं देते.