क्या है ई ग्राम स्वराज पोर्टल: PM मोदी ने की लॉन्चिंग, ये होगा फायदा

पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने नए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और ऐप की शुरुआत की. आइए जानते हैं क्या हैं इस पोर्टल की खासियतें, कैसे इससे बदलेगी पंचायतों की सूरत.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया ई ग्राम स्वराज पोर्टल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया ई ग्राम स्वराज पोर्टल

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 10:26 PM IST

कोरोना वायरस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सभी ग्राम पंचायतों के प्रमुखों को संबोधित किया. पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने नए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और ऐप की शुरुआत की. आइए जानते हैं कि इस पोर्टल से पंचायतों के स्वरूप पर क्या असर पड़ेगा.

क्या है ई ग्राम स्वराज पोर्टल

ई ग्राम स्वराज पोर्टल ग्राम पंचायतों को डिजिटल बनाने के लिए एक कदम है. भविष्य में यह पंचायत का लेखाजोखा रखने वाला इकलौता माध्यम बनेगा. बता दें कि इस पोर्टल के बाद अब अलग-अलग जगहों पर काम करने की जरूरत नहीं होगी.

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बता दें कि इस ऐप पर पंचायत के विकास कार्यों से लेकर फंड तक सारी जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो जाएंगी. पोर्टल के जरिए ये भी पता लगाया जाएगा कि किस सरपंच की पंचायत में क्या काम चल रहा है या उनकी योजना या विकास कार्य कहां तक पहुंचा. सरकार का मानना है कि पोर्टल से सरकारी काम में पारदर्शिता आएगी. प्रधानमंत्री ने कहा है कि ई ग्राम स्वराज पोर्टल से ग्राम सरपंचों को बड़ी शक्ति मिलने जा रही है.

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शुरू की स्वामित्व योजना भी, जानें इसके बारे में भी

पीएम मोदी ने साथ में स्वामित्व योजना को लॉन्च किया. इसे लॉन्च करते हुए उन्होंने कहा कि गांवों में संपत्ति को लेकर जो स्थिति रहती है वो आप जानते हैं. 'स्वामित्व योजना' इसी को ठीक करने का प्रयास है. इसके तहत देश के सभी गांवों में ड्रोन के माध्यम से गांव की हर संपत्ति की मैपिंग की जाएगी. इसके बाद गांव के लोगों को उस संपत्ति का मालिकाना प्रमाणपत्र दिया जाएगा.

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इसका मतलब ये हुआ कि स्वामित्व योजना के जरिए संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म हो जाएंगे. इससे गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी. वहीं शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लोन ले सकेंगे. इसके लिए ग्रामीणों से न्यूनतम डॉक्युमेंट मांगे जाएंगे.

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