पूरे देश में रेप के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने और रेप के मामलों में कमी लाने की मांग की जा रही है. हालांकि दूसरी ओर तमिलनाडु सरकार की ओर से छापी गई किताबों में यौन मामलों से बचने के लिए अजीबोगरीब सलाह दी जा रही है. 'समाचीर कल्वी सिस्टम' के तहत तैयार की गई कक्षा 8 की विज्ञान की किताब में छात्राओं को भड़कीले कपड़े नहीं पहनने की सलाह दी गई है.
किताब के पाठ 'रिचिंग द ऐज ऑफ ऐडोलेसन्स' में कपड़ों की सलाह के साथ ये भी कहा गया है कि जिस तरह आप बैठें, उसका ध्यान रखें और जब आप ऑटो या बस से स्कूल जाए तो दूसरे लिंग के लोगों से दूरी बनाकर रखें. बता दें कि ये किताबें स्कूल एजुकेशन के यूनिफॉर्म सिस्टम के तहत छापी गई है और यह सरकारी वेबसाइट पर भी मौजूद है.
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हालांकि प्रदेश के शिक्षा मंत्री के ए सेनगोत्तैयां ने इन किताबों पर विचार करने के लिए कहा है और उनका कहना है कि जल्द ही इनमें आवश्यक बदलाव किया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि हम अगले सेशन में इस पाठ में संशोधन करेंगे. बता दें कि इससे पहले भी कई किताबों को लेकर ऐसे मामले सामने आएं हैं और कई नेताओं ने भी रेप को लेकर कई विवादास्पद बयान दिए हैं.
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बताया जा रहा है कि यह मामला उस वक्त उठा जब 12 साल के एक बच्चे को यह पढ़ने के लिए कहा गया. उसके बाद यह मामला सुर्खियों में आया और शिक्षा मंत्री ने भी इस बयान में संज्ञान लिया.
मोहित पारीक