20 लाख से अधिक बार देखी गई स्टीफन हॉकिंग की पीएचडी थीसिस

ब्रिटेन के स्टीफन हॉकिंग की पीएचडी थीसिस को लाखों बार देखा गया है. ऑनलाइन जारी होने के बाद इस थीसीस को काफी लोग सर्च कर रहे हैं. हॉकिंग ने इस पर साल 1966 में काम किया था और इसे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर पिछले ही हफ्ते जारी किया गया था.

Advertisement
फाइल फोटो फाइल फोटो

मोहित पारीक

  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 11:02 AM IST

ब्रिटेन के स्टीफन हॉकिंग की पीएचडी थीसिस को लाखों बार देखा गया है. ऑनलाइन जारी होने के बाद इस थीसीस को काफी लोग सर्च कर रहे हैं. हॉकिंग ने इस पर साल 1966 में काम किया था और इसे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर पिछले ही हफ्ते जारी किया गया था.

एजेंसी के मुताबिक ऑनलाइन आने के बाद यह इतनी लोकप्रिय हुई कि पहले ही दिन वेबसाइट का पब्लिकेशन सेक्शन ठप पड़ गया. 'प्रॉपर्टीज ऑफ एक्सपांडिंग यूनिवर्सेस' शीर्षक के इस पेपर को 5,00,000 से ज्यादा लेागों ने डाउनलोड करने का प्रयास किया.

Advertisement

आइंस्‍टीन-हॉकिंग से ज्‍यादा है 11 साल के अर्णव का IQ, बनाया रिकॉर्ड

कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ऑर्थर स्मिथ ने कहा कि यूनिवर्सिटी के अपोलो संग्रह में यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला दस्तावेज है. हॉकिंग ने 134 पन्नों का यह दस्तावेज तब लिखा था, जब उनकी उम्र 24 वर्ष थी और वह कैम्ब्रिज में स्नातकोत्तर के छात्र थे.

इतिहास के 5 बेस्ट टीचर, किसी मिसाल से कम नहीं इनका जीवन

बीबीसी न्यूज के अनुसार पीएचडी थीसिस पिछले हफ्ते लाइव आई और तब से इसे करीब बीस लाख बार देश के हर कोने से 8,00,000 ब्राउजरों से देखा गया. इससे पहले हॉकिंग के पीएचडी के पूरे काम को देखने के लिए यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी को 65 पाउंड अदा करने होते थे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement