मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एक आदेश जारी किया है, जिसके बाद ओपन लर्निंग स्कूल के छात्र मेडिकल एंट्रेस परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे. एमसीआई के बाद ओपन लर्निंग से पढ़ाई करने वालों के लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है. बता दें कि इस रोक पर अंतिम फैसला लिया गया है. अब ओपन लर्निंग स्टूडेंट्स मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए होने वाले कॉमन मेडिकल एंट्रेंस एक्जामिनेशन एनईईटी में भाग नहीं ले सकेंगे.
बता दें कि नवंबर 2017 में काउंसिल ने ओपन लर्निंग से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के मेडिकल एंट्रेस परीक्षा में आवेदन करने पर रोक लगाई थी और अब काउंसिल ने इस फैसले को लेकर आदेश जारी कर दिया है. इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल लंबे समय से इसका विरोध कर रहा है. काउंसिल के इस फैसले के बाद मेडिकल एंट्रेस एग्जाम में लाखों उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकेंगे.
ओपन लर्निंग स्टूडेंट्स को 6 महीने से नहीं मिला स्टडी मैटेरियल
पिछले साल एमसीआई की एक्जक्यूटिव कमेटी ने पुराने नियमों में बदलाव के लिए प्रस्ताव पास किया था. वहीं अब ओपन लर्निंग से पढ़ाई करवाने वाली संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग का कहना है कि इससे कई बच्चे मेडिकल शिक्षा हासिल नहीं कर सकेंगे.
भारतीय सेना के जवान भी ओपन लर्निंग से कर सकेंगे पढ़ाई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हर साल तकरीबन 2 लाख स्टूडेंट्स ओपन स्कूल में दाखिला लेते हैं और 2017 में करीब 3000 ने NEET परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था. इनमें से 864 स्टूडेंट्स ने इसमें सफलता पाई थी.
मोहित पारीक / आशुतोष मिश्रा