कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में स्कूल कॉलेज बंद हैं. ऐसे मे छात्र-छात्राओं की बढ़ती मानसिक परेशानियों के समाधान के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ‘‘मनोदर्पण’’ मंगलवार को लांच किया.
बता दें कि इसमें ऐसे कई रचनात्मक कार्य एवं सुझाव हैं जिससे विद्यार्थियों को मानसिक तनाव से बाहर निकलने में मदद मिलेगी. इसमें स्कूल से लेकर कॉलेज तक के विद्यार्थियों की समस्याएं को लेकर दिशानिर्देश एवं सुझाव दिए गए हैं. मनोदर्पण में विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं परिवारों के लिए परामर्श भी दिये गए हैं.
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इसमें कहा गया है कि कोरोना (कोविड-19) वास्तव में सम्पूर्ण विश्व के लिए एक चुनौतीपूण समय है. यह वैश्विक महामारी न केवल एक गंभीर चिकित्सा चिंता है, बल्कि सभी के लिये मिश्रित भावनाएं और मनो-सामाजिक तनाव भी लाती है. ऐसे समय में बच्चों और किशोरों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. उनमें ही सबसे अधिक मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं सामने आ रही हैं.
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अधिकारियों ने कहा कि बच्चे और किशोर अधिक संवेदनशील होते हैं और तनाव, चिंता और भय के बढ़े स्तर का अनुभव कर सकते है. इस तरह के अप्रत्याशित और अचानक बदलाव को सभी शैक्षिक मंचों से संबोधित करने की आवयकता होगी. इसलिए, शिक्षकों के साथ-साथ परिवार के सदस्यों के सहानुभूतिपूर्ण और धैर्यशील दृष्टिकोण से बच्चों और किशोरों की ऐसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है.
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मनोदर्पण में हैं ये खास सुझाव
छात्र प्रभावी ढंग से संवाद करें
अपने परिवार के साथ बातचीत और जुड़ाव पर ध्यान दें
हर दिन अपने लिये समय निर्धारित करें
किसी भी तरह के भ्रामक समाचारों और अफवाहों से बचें
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