सोशल मीडिया पर आजकल तरह-तरह के गेम या पर्सनैलिटी टेस्ट देखने को मिलते हैं. इन्हें लोग खूब पसंद करते हैं. इनमें ऑप्टिकल इल्यूजन की तस्वीरों के जरिए कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं. जिससे दिमाग तेज होता है. इसमें ऑप्टिकल इल्यूजन के कुछ ऐसे भी टेस्ट होते हैं, जो तस्वीर में पहली चीज नोटिस करने के आधार पर पर्सनैलिटी बताते हैं. हम भी आपके लिए ऐसा ही टेस्ट लेकर आए हैं.
इस तस्वीर को देखते ही आपको जो सबसे पहले नजर आएगा वह आपकी पर्सनैलिटी को दर्शाएगा. तस्वीर को गौर से देखिए और बताइए आपको इस तस्वीर में क्या नजर आया. कुछ लोगों को इसमें सेब नजर आया तो कुछ को तितली. वहीं, कुछ लोगों का ध्यान चाकू पर गया तो कुछ का कैटरपिलर पर. आपने इस तस्वीर में पहले क्या देखा, उस आधार पर जानें अपनी पर्सनैलिटी.
चाकू
क्या आपकी नज़र सेब के सामने रखे चाकू की ओर गई? तो फिर ये एक संकेत है कि एक घातक बीमारी का डर आपके सबकॉन्शियस माइंड में छिपा हो सकता है. यह सिर्फ उम्र बढ़ने का विचार ही नहीं है जिसने आपको परेशान कर दिया है, बल्कि किसी लाइलाज बीमारी की संभावना भी है, जो बिना किसी चेतावनी के आप पर हावी हो रही है. किसी घातक बीमारी के कारण पीड़ा सहने और दर्द सहने का ख्याल ही आपको अंदर तक डरा देता है.
कैटरपिलर
अगर आपका ध्यान कैटरपिलर की ओर गया, तो ऐसा लगता है कि आपका सबकॉन्शियस माइंड डर, असाधारण गतिविधियों और भूतों के इर्द-गिर्द घूमता है. ये फास्मोफोबिया है. यह डर बुरी आत्माओं, भूतों, पिशाचों, चुड़ैलों और सभी अलौकिक चीजों के उल्लेख मात्र से अतार्किक भय की बाढ़ ला सकता है. जब आप असुरक्षित होते हैं या नींद की आगोश में होते हैं तो भूतिया लड़ाई के बारे में सोचकर ही आपकी रीढ़ में सिहरन दौड़ जाती है.
तितली
जो लोग सबसे पहले नाजुक प्राणी को देखते हैं वे अक्सर आंतरिक भय का भारी बोझ लेकर चलते हैं. यह ऐसा है जैसे आप अनगिनत बार अस्वीकृति और दर्द का सामना कर चुके हैं, और अब उन भावनाओं को फिर से जीने का विचार आपको भयभीत कर देता है. लेकिन यहां पेंच ये है, वह तितली सिर्फ विश्वासघात का प्रतीक नहीं है. इसमें बचपन के आघात और गंभीर व्यावसायिक अस्वीकृतियों की कुंजी भी है. आपके अतीत के ये छिपे हुए खजाने निष्क्रिय अवस्था में हैं, फिर से उभरने और आप अपना पूरा प्रभाव प्रकट करने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे हैं.
सेब
अगर आपने सबसे पहले सेब पर ध्यान दिया है, तो आपके मन में मौत का डर हो सकता है, लेकिन यह आपकी खुद की मौत नहीं है, बल्कि किसी प्रियजन को खोने का विचार आपको डराता है. ऐसा लगता है जैसे आप पहले भी अपने जीवन में किसी प्रिय व्यक्ति को खोकर सदमे से गुजर चुके हैं. अनुभव दर्दनाक था और इसने आप पर एक ऐसी छाप छोड़ी है जिसे आप दूर नहीं कर सकते. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि आपको किसी ऐसे व्यक्ति को खोने के बुरे सपने आते हैं जिनकी आप परवाह करते हैं.
aajtak.in