RGNUL कुलपत‍ि का छात्राओं के हॉस्टल में घुसकर कपड़ों पर 'कमेंट' से मचा बवाल, अब प्र‍ियंका गांधी ने ये कहा

पट‍ियाला की राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में गर्ल्स स्टूडेंट्स के कपड़ों को लेकर वीसी दोबारा कथित कमेंट्स करने को लेकर प्रशासन और स्टूडेंट के बीच उठा मामला तूल पकड़ने लगा है. अब इस मामले में प्र‍ियंका गांधी ने भी ट्वीट करके छात्राओं को सपोर्ट किया है और मह‍िला आयोग से संज्ञान लेने की मांग की है.

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Protest against RGNUL administration continues Protest against RGNUL administration continues

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 25 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST

पट‍ियाला की राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RGNUL)में गर्ल्स स्टूडेंट्स के कपड़ों को लेकर कुलपति द्वारा कथित कमेंट्स करने को लेकर प्रशासन और स्टूडेंट के बीच उठा मामला तूल पकड़ चुका है. रविवार दोपहर 3:00 बजे से वीसी रेजिडेंस के आगे सैकड़ो स्टूडेंट का धरना पूरी रात और फिर सोमवार को भी पूरा दिन जारी रहा. बुधवार को भी सोशल मीड‍ियाा पर आई तमाम पोस्ट के मुताबिक यून‍िवर्सि‍टी के छात्र छात्राएं अभी प्रशासन के ख‍िलाफ आंदोलनरत हैं. इस बीच स्टूडेंट्स के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का ट्वीट आया है. 

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अपने ट्वीट के जरिये प्र‍ियंका गांधी ने कहा है कि पटियाला के राजीव गांधी विधि विश्वविद्यालय में कुलपति का बिना छात्राओं को सूचित किए अचानक उनके कमरों में घुसकर चेकिंग करना और लड़कियों पर पहनावे को लेकर अभद्र टिप्पणी करना अत्यंत शर्मनाक है.छात्राओं ने मीडिया से जो बातें कही हैं, वे बेहद आपत्तिजनक हैं. लड़कियां अपने खानपान, पहनावे और कोर्स के चयन का फैसला करने में खुद सक्षम हैं। अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए मॉरल पोलिसिंग और लड़कियों की निजता का उल्लंघन अस्वीकार्य है. महिला आयोग को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और कुलपति महोदय पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. 

गौरतलब है कि रव‍िवार की रात ही तमाम छात्र यूनिवर्सिटी के गेट पर आकर अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठ गए थे. ये स्टूडेंट वाइस चांसलर के इस्तीफे पर अड़े हुए हैं उधर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कमेटी गठित कर दी है. कमेटी ने सोमवार दोपहर 2:00 बजे एडमिन ब्लॉक के कांफ्रेंस हॉल में छात्रों की मीटिंग बुलाकर अपनी शिकायतें दर्ज करवाने को कहा लेकिन स्टूडेंट्स ने इस कमेटी के सामने जाने से इनकार कर दिया था. स्टूडेंट्स ने कहा कि इस 9 सदस्य कमेटी में छात्रों का प्रतिन‍िध‍ि नहीं है सिर्फ फैकल्टी मेंबर हैं.इसलिए वह इस कमेटी से बात नहीं करेंगे.

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वहीं दूसरी ओर यह मांग रखी कि कुलपति सबके सामने आकर सारे स्टूडेंट्स से खुले मंच पर बात करें. प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने सोमवार को इस मामले में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया समेत बार काउंसिल को चिट्ठी लिखकर इस मामले में दखल देने की मांग की है.सोमवार देर रात को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक पत्र जारी कर कर अनिश्चितकाल के लिए यूनिवर्सिटी बंद कर दी है. वहीं छात्रों ने यूनिवर्सिटी छोड़कर घर जाने को इनकार कर दिया है और सभी स्टूडेंट यूनिवर्सिटी के गेट पर धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि पिछले लंबे समय से कुलपति छात्र-छात्राओं के लिए  गंदे-गंदे कॉमेंट और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं.वहीं, उन्होंने रविवार को गर्ल्स हॉस्टल में बिना किसी वुमेन फैकल्टी के आकर लड़कियों की प्राइवेसी की सभी सीमाएं पार कर दी हैं. भले ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है लेकिन छात्र अड़े हुए हैं कि जब तक वीसी इस्तीफा नहीं देंगे वह यहां से हिलेंगे नहीं. 

जान‍िए क्यों हुआ बवाल

छात्राओं का आरोप है कि वीसी अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए थे. वह बिना बताए और छात्राओं की अनुमति के बिना ही गर्ल्स हॉस्टल पहुंचकर छात्राओं के कमरों में घुसकर चेकिंग की. आरोप यह भी है कि वीसी ने छात्राओं के कपड़ों को लेकर अभद्र टिप्पणी भी की. इन आरोपों से इनकार करते हुए वीसी प्रो. जय शंकर सिंह ने मीडिया से कहा था कि वह लड़कियों के छात्रावास का निरीक्षण करने गए थे. उन्हें वहां से कई शिकायतें आ रही थीं. कुछ छात्राओं ने शिकायत की थी कि हॉस्टल में आधी रात के बाद धूम्रपान और शराब पी जाती थी. उन्होंने कहा कि वह ऐसी ही छात्राओं की पहचान करने वहां गए थे. 

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