74वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सातवीं बार लाल किले से झंडा फहराया. लाल किले पर सातवीं बार तिरंगा फहराने वाले पहले गैरकांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं.
आपको बता दें, साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर एक साल में दो बार तिरंगा फहराकर इतिहास रच दिया था. आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर लाल किले में बेहद खास कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें मोदी ने साल में दूसरी बार को लाल किले पर तिरंगा फहराया था. ऐसे में पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के 6 साल में 7 बार लाल किले पर झंडा फहराया है.
आइए इसी मौके पर जानते हैं देश में कितने ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्हें एक से ज्यादा बार तिरंगा फहराने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है और कितने ऐसे हैं जिन्हें एक भी बार तिरंगा फहराने का मौका नहीं मिला..
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जवाहर लाल नेहरू: 15 अगस्त 1947 से 1964 तक लगातार 17 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया. बता दें कि नेहरू ने पहली बार लालकिले पर 15 अगस्त को नहीं बल्कि 16 अगस्त 1947 को तिरंगा फहराया था.
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इंदिरा गांधी: लाल किले पर 16 बार इसका सौभाग्य प्राप्त हुआ है. जिसमें 1966 से 1977 के बीच उन्होंने 11 बार लगातार झंडा फहराया.
मनमोहन सिंह: इंदिरा गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नंबर है, जिन्होंने 10 बार लाल किले के प्राचीर पर तिरंगा फहराया.
अटल बिहारी वाजपेयी: सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे. उन्होंने लगातार छह बार तिरंगा फहराया था.
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राजीव गांधी: 5 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था.
नरसिंह राव: 5 बार लाल किले से झंडा फहराया.
- बता दें, चौधरी चरण सिंह, वीपी सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, लाल बहादुर शास्त्री को ये सौभाग्य सिर्फ 1-1 बार और मोरारजी देसाई को 2 बार ही मिल पाया.
- गुलजारी लाल नंदा और चंद्रशेखर, ऐसे प्रधानमंत्री रहे जो प्रधानमंत्री तो बने लेकिन उन्हें एक बार भी लाल किले की प्राचीर पर चढ़ने का मौका नहीं मिला. इसमें गुलजारी लाल नंदा दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे.
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