BPSC अभ्यर्थियों के प्रोटेस्ट में कूदे नेता...प्रशांत किशोर का अनशन जारी, पप्पू यादव के समर्थकों ने रोकी ट्रेनें

पटना में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने BPSC छात्रों के समर्थन में अनशन पर बैठने का ऐलान किया है. सांसद पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर के अनशन को दिखावा बताया है. दूसरी ओर, पटना में BPSC री एग्जाम को लेकर छात्र संगठनों ने चक्का जाम कर दिया है और खबर है कि पप्पू यादव के साथ छात्र सचिवालय हॉल्ट पर ट्रेन भी रोक सकते हैं.

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BPSC Protest Update: Prashant Kishore Hunger Strike BPSC Protest Update: Prashant Kishore Hunger Strike

सुजीत कुमार

  • लखनऊ,
  • 03 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 9:39 AM IST

BPSC Protest Update: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर छात्रों का आंदोलन दिन पे दिन बड़ा रूप लेता जा रहा है. छात्रों के इस आंदोलन को विपक्षी पार्टी के कई नेता समर्थन दे रहे हैं, जिनमें से एक जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी हैं. एक हफ्ते पहले इस आंदोलन में शामिल हुए प्रशांत किशोर अब अनशन पर बैठ गए हैं. बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने इस आंदोलन को नौटंकी बताया है और आज सचिवालय हॉल्ट पर ट्रेन रोकने का फैसला लिया है.

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सचिवालय हॉल्ट पर ट्रेन रोक सकते हैं छात्र

दूसरी ओर, पटना में BPSC री एग्जाम को लेकर छात्र संगठनों ने चक्का जाम कर दिया है. पप्पू यादव के समर्थक छात्रों ने पटना के सचिवालय हाल्ट पर ट्रेन रोकने का फैसला किया है. छात्रों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों की अनदेखा कर रही है और इस आंदोलन के जरिए वे अपना विरोध जाहिर कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, थोड़ी देर में पप्पू यादव भी यहां पहुंचने वाले हैं और इस आंदोलन को और तेज करने की संभावना है. छात्र संगठनों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, उनका आंदोलन जारी रहेगा.

सांसद पप्पू यादव ने PK के अनशन को बताया दिखावा

बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने हाल ही में BPSC छात्रों और उनके संघर्ष को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जल्द ही BPSC छात्रों के समर्थन में बिहार आएंगे. पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर को निशाने पर लेते हुए कहा, "प्रशांत किशोर गांधी मैदान में महज एक नौटंकी कर रहे हैं. वह सायबर पक्षी और नटवरलाल हैं, जिनका अमरण अनशन सिर्फ दिखावा है." 

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उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर पूरे दिन खाना खाकर अमरण अनशन करने का नाटक करते हैं, लेकिन बच्चों के साथ क्यों नहीं बैठते? पप्पू यादव ने आगे कहा, "यदि छात्रों के संघर्ष के प्रति प्रशांत किशोर की सच्ची चिंता होती, तो वह बच्चों के साथ मिलकर आंदोलन करते, न कि सिर्फ मीडिया के लिए यह ड्रामा करते." उन्होंने कहा कि पटना में रेल और सड़क जाम करने का आयोजन किया जाएगा साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो शनिवार को बिहार बंद भी किया जाएगा, ताकि छात्रों की आवाज को राज्य सरकार तक पहुंचाया जा सके.

क्या छात्रों की नाराजगी दूर करने चाहते हैं प्रशांत किशोर?

प्रशांत किशोर का अनशन पर बैठना छात्रों की नाराजगी दूर करने के लिए भी हो सकता है. दरअसल, 26 दिसंबर 2024 को प्रशांत किशोर के साथ हजारों अभ्यर्थी पटना के गांधी मैदान में इकट्ठा हुए और बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू किया. प्रदर्शनकारियों ने ‘बीपीएससी परीक्षा रद्द करो’ के नारे लगाए और इसका विरोध किया. इसके बाद, दिन में लगभग 4 बजे, प्रशांत किशोर के नेतृत्व में छात्र मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने के लिए जेपी गोलम्बर पहुंचे. हालांकि, कुछ समय बाद प्रशांत किशोर प्रदर्शन स्थल से निकल गए, जबकि प्रदर्शनकारी छात्र मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने के लिए घंटों इंतजार करते रहे.

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इस बीच, पुलिस द्वारा आंदोलनकारी छात्रों पर वाटर कैनन और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया गया. पुलिस के इस कदम से प्रदर्शनकारियों में गुस्सा फैल गया और वे प्रशांत किशोर को लेकर ‘चोर-चोर’ के नारे लगाने लगे. उनका आरोप है कि प्रशांत किशोर ने उनका साथ छोड़ दिया. प्रदर्शनकारियों का मानना था कि प्रशांत किशोर ने उनका समर्थन केवल राजनीतिक फायदा उठाने के लिए किया, जबकि उन्होंने उनकी समस्याओं पर सही तरीके से ध्यान नहीं दिया. हालांकि इसके बाद प्रशांत किशोर की सफाई भी सामने आई. उन्होंने कहा कि मैं बीती रात आंदोलनकारियों से मिलने गया था और उनसे बातचीत की थी. जो कुछ भी हुआ, उसमें मेरी पूरी भागीदारी थी, लेकिन आरोपों के बावजूद मैंने किसी से भागने का कोई प्रयास नहीं किया."  मैं गांधी मैदान से निकला उसके 45 मिनट बाद लाठीचार्ज हुआ. मैं वहां से नहीं हटा बल्कि मेरे हटने के बाद लाठीचार्ज हुआ, जिन्होंने लाठीचार्ज किया ये गलत हुआ है. इसके बाद से ही प्रशांत किशोर छात्रों के साथ आंदोलन का हिस्सा बने हुए हैं और अब अनशन पर बैठने का ऐलान भी किया है लेकिन नीतीश सरकार ने अभी तक अपने फैसले को वापस नहीं लिया है और कल यानी 4 जनवरी को बापू सेंटर के अभ्यर्थियों की परीक्षा होनी है.

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