बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के फाइनल इयर के छात्र आज यानी 22 फरवरी, 2021 को कैंपस में आकर कक्षाओं में भाग ले सकते हैं. बीएचयू ने पहले कहा था कि कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में फिर से शुरू होंगी. बीएचयू ने 17 फरवरी को अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए अपने छात्रावास के द्वार खोले. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के हॉस्टल में पहले दिन लगभग 100 छात्रों को आवंटन मिला.
अभिभावकों के लिए दिशा निर्देश जारी
माता-पिता को इस रूप में सहमति देनी होगी कि यदि कैंपस में नियमित कक्षाओं में भाग लेने के बाद छात्र को कोविड -19 हो जाता है तो विवि प्रशासन इसका जिम्मेदार नहीं होगा.
इसके अलावा, माता-पिता को यह पुष्टि करनी होगी कि छात्र कैंपस के अंदर फेस मास्क पहनते हैं और कोविड -19 दिशानिर्देशों का पालन करते हैं जैसे कि हाथ धोना, सैनिटाइज़र का उपयोग करना और सोशल डिस्टेंस बनाए रखना.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, " यदि छात्र स्वस्थ महसूस नहीं कर रहा है तो माता-पिता को अपने बच्चों को विश्वविद्यालय में नहीं भेजना चाहिए, क्योंकि उपस्थिति अनिवार्य नहीं है और यह पूरी तरह से माता-पिता पर निर्भर करता है. इसके अलावा कोविड -19 मानकों के अनुसार केंद्रीय पुस्तकालय की क्षमता में भी वृद्धि की गई है.
इससे पहले, नवंबर 2020 में अनुसंधान कार्यों के लिए साइंस स्ट्रीम के पीएचडी प्रोग्राम्स के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परिसर को फिर से खोल दिया गया था.
उत्तर प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को राज्य सरकार ने चरणबद्ध तरीके से फिर से खोल दिया है, मगर इस बात का ध्यान रखा है कि कक्षाओं में भीड़भाड़ से बचा जा सके और महामारी के दौरान छात्रों में संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सके.
उत्तर प्रदेश में यूनिवर्सिटी और कॉलेज महामारी के दौरान छात्रों की सुरक्षा के लिए सख्त दिशानिर्देशों का पालन करेंगे. इस संबंध में BHU ने दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन और निगरानी के लिए कोर समितियों का भी गठन किया है.
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