प्रतीका रावल पहली बार 2021 में सीनियर महिला वन-डे ट्रॉफी में सुर्खियों में आईं, जहां उन्होंने सात मैचों में 49.40 की औसत और 78.41 की स्ट्राइक-रेट से 247 रन बनाए. दाएं हाथ की युवा बल्लेबाज ने देहरादून के महाराणा प्रताप कॉलेज मैदान में असम के खिलाफ दिल्ली के लिए 155 गेंदों पर 19 चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 161 रन भी बनाए.
फिलहाल भारत की महिला टीम और वेस्टइंडीज की महिला टीम के बीच टी20 सीरीज के बाद अब वनडे सीरीज शुरू हो चुकी है. इस वनडे सीरीज के पहले मैच में प्रतीका रावल को डेब्यू करने का मौका मिला. इसी के बाद महिला वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने वाली प्रतीका रावल 150वीं भारतीय खिलाड़ी भी बन गईं.
बता दें कि प्रतीका रावल का जन्म 1 सितंबर 2000 को हुआ था. वह घरेलू सर्किट में दिल्ली के लिए खेलती हैं और एक सलामी बल्लेबाज हैं. इसके साथ-साथ वो साइकोलॉजी की स्टूडेंट भी हैं. उन्होंने 10 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था, इसके बाद कॉलेज के दिनों में ही उन्हें एहसास हुआ कि उसके अंदर इस खेल के लिए एक विशेष प्रतिभा है और एक पेशेवर क्रिकेटर बनने के लिए कड़ी मेहनत करने का फैसला किया.
प्रतीका रावल का परिवार दिल्ली के प्रेम नगर में रहता है और केबल टेलीविजन सर्विस बिजनेस चलाता है. जल्द ही, प्रतीका ने अपने केंद्र में अपनी उम्र के लड़कों के साथ प्रशिक्षण शुरू कर दिया था. प्रतीका ने खेलों के साथ साथ पढ़ाई में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. एक स्पोर्ट्स वेबसाइट के मुताबिक उसने अपनी पढ़ाई में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. साल 2019 में अपनी सीबीएसई परीक्षा में, उन्होंने अंग्रेजी और मनोविज्ञान में 93, राजनीति विज्ञान में 89, अर्थशास्त्र में 95 और शारीरिक शिक्षा में 88 अंक हासिल किए. उनके सामने एक अलग करियर पथ चुनने की बहुत बड़ी गुंजाइश थी, फिर भी क्रिकेट उनकी पहली पसंद बनी रही.
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