एक करोड़ का एक किलो मिलता है ये ड्रग, देश के इस राज्य में मिली बड़ी खेप

हैदराबाद में 8.5 करोड़ का Amphetamine पकड़ा गया है, जो करीब 8.5 किलो है. इसका मतलब है कि ये बाजार में करीब 1 करोड़ प्रति किलो के हिसाब से बिकता है.

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हैदराबाद में 8.5 करोड़ का एम्फेटामाइन पकड़ा गया है. (सांकेतिक फोटो) हैदराबाद में 8.5 करोड़ का एम्फेटामाइन पकड़ा गया है. (सांकेतिक फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 6:19 PM IST

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में पुलिस ने 8.5 किलो एम्फेटामाइन जब्त किया है और तीन तस्करों को गिरफ्तार भी किया है. बताया जा रहा है कि हैदराबाद नार्कोटिक्स इंफोर्समेंट विंग (HNEW) की ओर से पकड़ा गया ये ड्रग 8.5 करोड़ का है. इसका मतलब है कि 8.5 करोड़ का ये 8.5  किलो एम्फेटामाइन बाजार में करीब एक करोड़ रुपये का बिकता है. ऐसे में सवाल है कि आखिर इस पदार्थ में ऐसा क्या है कि ये बाजार में इतना महंगा मिलता है. तो जानते हैं इस सवाल का जवाब और बताते हैं कि सबसे ज्यादा इसका इस्तेमाल किस चीज में किया जाता है. 

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क्या है एम्फेटामाइन?

एम्फेटामाइन एक ड्रग है, जिसका इस्तेमाल दवाइयों और नशे के लिए किया जाता है. इन्हें उत्तेजक दवाइयां माना जाता है और कहा जाता है कि ये मस्तिष्क और आपको शरीर के बीच संदेशों को तेज करती है. अगर इसका गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है तो इसकी लत पड़ जाती है और ये बॉडी के लिए काफी खतरनाक हो सकता है.यानी इसका इस्तेमाल नशीले पदार्थ और दवा दोनों के लिए किया जाता है. 

किस बीमारियों के लिए होता है यूज?

एम्फेटामाइन एक उत्तेजक ड्रग होता है, जो बॉडी फंक्शन को तेज करता है. इस वजह से इसका इस्तेमाल कई दवाइयों में होता है और कई डॉक्टर्स मरीज की स्थिति इसकी सिफारिश भी करते हैं. कई डॉक्टर्स कई न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में इसका इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा मोटापे को कम करने के लिए जिन दवाइयों का इस्तेमाल होता है, उसमें भी एम्फेटामाइन की मात्रा होती है. हालांकि, ये ज्यादा कॉमन नहीं है और डॉक्टर्स कई चीजों को ध्यान में रखते हुए इसे रिकमेंड करते हैं. 

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किस तरह का नशा है ये एम्फेटामाइन?

कई लोग इन्हें एंन्फेटामाइन स्पीड पिल्स कहते हैं तो कई लोग इससे बनने वाली गोलियों को गुलाबी गोलियां कहते हैं. कई लोग इसे शराब के साथ खाना पसंद करते हैं. UNODC की रिपोर्ट के अनुसार, इस पदार्थ को ड्रग्स की दुनिया में आइस, मेथ, स्पीड, एक्स्टसी और डब्ल्यू के नाम से जाना जाता है और ये साइको स्टिमुलेंट प्रोडक्ट है. ये ड्रग गोली, पाउडर के रुप में ज्यादा इस्तेमाल होता है.इससे कई लोग नशा सूंघ घर, स्मोक, टेबलेट को निगलकर करते है. लेकिन, कई लोग इससे बने इंजेक्शन से भी इसका इस्तेमाल करते हैं. 

इससे कई तरह के ड्रग्स बनते हैं, जो नशीले पदार्थों के लिए इस्तेमाल करते हैं. अगर दक्षिण एशिया की बात करें तो यहां इसका काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है.

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