NDA के बाद मिलिट्री स्कूल-कॉलेजों में भी लड़कियों को मिलेगा दाखिला, जानें कब से शुरू होगी प्रक्रिया

Girls Admission In RIMC: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को कहा है कि अगले साल जून से लड़कियों को एंट्रेंस एग्जाम में बैठने की इजाजत देने के बजाय इसकी शुुरुआत इसी साल से कर देनी चाहिए. साथ ही कोर्ट ने ये भी सुझाव दिया है कि इंडियन मिलिट्री स्कूल में भले अगले साल शुरू होने वाले सत्र में दाखिला हो, लेकिन कॉेलेज में लड़कियों का प्रवेश इसी साल से सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

Advertisement
Girls Admission In Rashtriya Indian Militiary College Girls Admission In Rashtriya Indian Militiary College

संजय शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 3:16 PM IST
  • इंडियन मिलिट्री कॉलेज में लड़कियों के दाखिले का रास्ता साफ
  • दिसंबर से लड़कियों के एडमिशन की प्रकिया शुरू करने का SC का निर्देश

Girls Admission In RIMC: एनडीए और नेवल एकेडमी के बाद अब राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) में भी लड़कियों के दाखिले का रास्ता साफ हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की इस योजना को मंजूरी देते हुए राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) में  इसी साल दिसंबर से लड़कियों के एडमिशन की प्रकिया शुरू करने का निर्देश दिया है. 

सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को कहा है कि अगले साल जून से लड़कियों को एंट्रेंस एग्जाम में बैठने की इजाजत देने के बजाय इसकी शुुरुआत इसी साल से कर देनी चाहिए.साथ ही कोर्ट ने ये भी सुझाव दिया है कि इंडियन मिलिट्री स्कूल में भले अगले साल शुरू होने वाले सत्र में दाखिला हो, लेकिन कॉेलेज में लड़कियों का प्रवेश इसी साल से सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

Advertisement

केंद्र सरकार एनडीए और नेवल एकेडमी में महिलाओं के दाखिले को मंजूरी मिलने के बाद से ही राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज में भी लड़कियों को प्रवेश देने पर विचार कर रहा था. सरकार ने कोर्ट में दायर हलफनामे में कहा है कि लड़कियों को अगले साल RIMC के लिए आयोजित होने वाली अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी. आपको बता दें सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश RIMC के लिए हर साल 25 सीटों के लिए कंप्टीशन करते हैं.

सरकार ने कोर्ट में दायर हलफनामे में इस योजना के क्रिय़ान्वयन के लिए बनाए गए प्लान के बारे में भी जानकारियां साझा की. सरकार के मुताबिक पहले चरण में हर छह महीने में पांच लड़कियों को शामिल कर स्टूडेंट्स की क्षमता 250 से बढ़ाकर 300 कर दी जाएगी. इसके बाद दूसरे चरण  में हर छह महीने में 10 लड़कियों को शामिल किया जाएगा. जिससे स्टूडेंट्स की क्षमता 300 से बढ़कर 350 हो जाएगी. इनमें कुल 250 लड़के और 100 लड़कियां शामिल होंगी.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement