दिल्ली के पॉश इलाकों में शुमार वसंतकुंज में रहने वाली लेडी डॉक्टर से बदसलूकी करने के मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली पुलिस ने लेडी डॉक्टर से बदतमीजी और गाली गलौज करने के आरोप में मनीष नाम के शख्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी की धारा 342 और 509 के तहत एफआईआर दर्ज की है. आरोपी मनीष इस लेडी डॉक्टर के पड़ोस में रहता है.
दरअसल, यह लेडी डॉक्टर ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हो गई थी, जिसके बाद उनको वाईएमसीए आइसोलेशन सेंटर में क्वारनटीन किया गया था. जब इलाज के बाद ठीक होकर लेडी डॉक्टर घर लौटीं, तो पड़ोस में रहने वाले लोगों को कोरोना वायरस का डर सताने लगा. इसको लेकर मनीष ने लेडी डॉक्टर को सोसाइटी में नहीं रहने के लिए कहा.
डॉक्टर अरुणा आसफ अली अस्पताल में सीनियर रेजिडेंट के पद पर हैं. लेडी डॉक्टर का कहना है कि जब वो लौटीं, तो सोसाइटी में रहने वाला मनीष गेट पर आकर तेज-तेज चीखने लगा और कहने लगा कि अब वो यहां नहीं रह सकती हैं. इस बीच लेडी डॉक्टर ने आरोपी मनीष को समझाने की कोशिश करते हुए बताया कि उनकी दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और अब वो बिल्कुल ठीक हैं.
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हालांकि, मनीष मानने को तैयार नहीं था और उसने घर का गेट बाहर से बंद कर दिया, ताकि वो घर से बाहर ना आ सकें. डॉक्टर ने बताया कि जब कोरोना पॉजिटिव होने के बाद क्वारनटीन सेंटर ले जाने के लिए एंबुलेंस आई थी, तब सोसोइटी के लोगों ने मेरा वीडियो भी बनाया था. डॉक्टर ने बताया कि वो इस सोसाइटी में अकेले रहती हैं, इसलिए वो डर गई थीं.
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इसके बाद उन्होंने अस्पताल की हेड को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद अस्पताल की हेड ने पुलिस से फोन कर मदद की गुहार लगाई. इस घटना की सूचना मिलने पर वसंतकुंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी और डॉक्टर को घर से निकाला था.
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लेडी डॉक्टर अरुणा आसफ अली अस्पताल में तैनात हैं. वो कोरोना संदिग्धों का सैंपल अलग-अलग अस्पतालों में जाकर कलेक्ट करती थीं. लेडी डॉक्टर के मुताबिक उनके साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया, उससे वो डरी गई थीं. उनका परिवार देश से बाहर रहता है.
अरविंद ओझा