सुबह बिना किसी को बताए निकल गए तलवार दंपति, जा सकते हैं अमृतसर

अपनी बेटी आरुषि के कत्ल के आरोप से बरी हुए माता-पिता डॉ. राजेश और नूपुर तलवार आज नोएडा स्थित जलवायु विहार से निकलकर अमृतसर की तरफ गए हैं. सूत्रों की माने तो वे दोनों गोल्डन टेंपल में दो दिन तक शांति पूर्वक रहना चाहते हैं. इस दौरान वे किसी से भी मिलना नहीं चाहते हैं.

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डॉ. राजेश और नूपुर तलवार डॉ. राजेश और नूपुर तलवार

मुकेश कुमार / मणिदीप शर्मा

  • नोएडा,
  • 17 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 6:00 PM IST

अपनी बेटी आरुषि के कत्ल के आरोप से बरी हुए माता-पिता डॉ. राजेश और नूपुर तलवार आज नोएडा स्थित जलवायु विहार से निकलकर अमृतसर की तरफ गए हैं. सूत्रों की माने तो वे दोनों गोल्डन टेंपल में दो दिन तक शांति पूर्वक रहना चाहते हैं. इस दौरान वे किसी से भी मिलना नहीं चाहते हैं.

सोमवार को डासना जेल से रिहाई के बाद वह डॉ. राजेश और नूपुर तलवार आरुषि के नाना के घर नोएडा स्थित जलवायु विहार पहुंचे थे. दोनों ने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से परहेज किया है. रात भर जलवायु विहार स्थित आरुषि के नाना के घर मीडिया और पुलिस का जमावड़ा बना रहा.

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बताया जा रहा है कि सुबह करीब 6 बजे काले रंग की ऑडी कार में तलवार दंपति जलवायु विहार से निकले हैं. बाहर खड़ी पुलिस की जिप्सी और मीडिया ने फॉलो किया, लेकिन राजेश तलवार पुलिस को रुकने का इशारा करके निकल गए. कार में तलवार दंपति के साथ एक और महिला सवार थी.

पुलिस के मुताबिक, उनके पास तलवार दंपति को रोकने या डिस्टर्ब करने का अधिकार नहीं है. इसलिए उन्होंने चौराहे तक देखा, जिसके बाद वे लोग तेजी से आगे निकल गए. राजेश तलवार के ससुर ने बताया कि रात भर दोनों ने बहुत कम बातचीत की, खाना खाया और जल्दी सो गए थे.

गरीब कैदियों को दिया सामान

बताते चलें कि हाईकोर्ट द्वारा बरी किए जाने के बाद तलवार दंपति को सोमवार की शाम डासना जेल रिहा कर दिया गया. जेल मैनुअल के हिसाब से मंगाए गए अपने सामान को उन दोनों ने जेल में बंद अन्य गरीब कैदियों को दे दिया. कई किताबें भी जेल की लाइब्रेरी में छोड़ दिया है.

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इतने दिन काटनी पड़ी जेल

राजेश तलवार ने डासना जेल में 3 साल 10 माह और 21 दिन बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे हैं. वहीं विचाराधीन के तौर पर 1 माह 20 दिन जेल में काटे हैं. जबकि नुपुर तलवार ने डासना जेल में 3 साल 6 माह और 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे हैं. वहीं विचाराधीन के तौर पर 4 माह 26 दिन जेल में काटे हैं.

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