छोटी कद काठी, बड़ा बवाल, लाखों फॉलोअर्स... कानूनी शिकंजे में यूं फंसे नफरती मौलाना सलमान अजहरी

Maulana Mufti Salman Azhari: गुजरात के जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण देकर एक समुदाय के लोगों को उकासने के प्रयास में गिरफ्तार मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. उनके खिलाफ गुजरात के कच्छ जिले में भी एक केस दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस उनको मुंबई से दो दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई है.

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 मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है.

aajtak.in

  • मुंबई/अहमदाबाद,
  • 06 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:33 PM IST

भड़काऊ भाषण देने के आरोपी मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. गुजरात के जूनागढ़ में दर्ज हुई एफआईआर के बाद कच्छ जिले में भी उनके खिलाफ एक केस दर्ज हुआ है. दोनों जगहों पर भड़काऊ भाषण देकर एक समुदाय विशेष के लोगों को उकासने के प्रयास में उनको मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद गुजरात पुलिस दो दिन के ट्रांजिट रिमांड पर उनको लेकर जूनागढ़ आई है. वहां स्थानीय कोर्ट में पेश करके पुलिस अपने कस्टडी में लेगी, ताकि उनसे आगे की पूछताछ की जा सके.

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मुंबई में रहने वाले मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी ने गुजरात के जूनागढ़ से पहले कच्छ और अरवल्ली जिले में प्रोग्राम किया था. वहां के आयोजकों ने पुलिस को यह कहकर प्रोग्राम की इजाजत मांगी थी कि मौलाना मुफ्ती लोगों को धर्म और नशा मुक्ति के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संबोधित करेंगे. लेकिन उन्होंने अपने संबोधन के दौरान भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाने काम किया था. उनके भाषण के बाद वहां मौजूद लोग नफरती नारेबाजी करते हुए देखे गए थे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. 

इसके साथ ही मुफ्ती सलमान अजहरी की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने मुंबई में जमकर बवाल किया था. उनके समर्थन में घाटकोपर पुलिस स्टेशन के सामने लोग इकट्ठे हो गए थे. हालात इस कदर नाजुक हो गए थे कि पुलिस को ताकत का इस्तेमाल करना पड़ा. भीड़ लगातार नारेबाजी कर रही थी. रविवार रात करीब 11 बजे उनके समर्थकों ने सरकारी बस को रोक दिया. इसके बाद कुछ लोगों ने बस में तोड़फोड़ की कोशिश भी की, जिसके बाद मुम्बई पुलिस ने उग्र होती भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया.  

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डीसीपी पुरुषोत्तम कराड ने बताया कि थाने के बाहर हंगामा करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है. इनमें 25 साल का सलमान सैयद उमर, 21 साल का अजीम शेख और 32 साल का मोहम्मद शब्बीर लाल मोहम्मद उमर घाटकोपर के रहने वाले हैं. 23 साल का मोहम्मद बिलाल अब्दुल रहमान और 60 साल का अब्दुल रहमान अब्दुल्ला मुंबई के विक्रोली पार्क साइड के रहने वाले हैं. इस मामले में इन पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. आरोपियों के वकील रत्नाकर द्वारे का कहना है कि बिना मेडिकल कराए ही पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया था. 

FB पर 3.67, इंस्टा पर 4.93 लाख करते हैं फॉलो

अब जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण देने वाले सलमान अजहरी और मुंबई में उपद्रव मचाने वाले उनके समर्थकों पर कानून का शिकंजा कसना शुरू हो गया है. वैसे मौलाना सलमान अजहरी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. इस्लामिक बयान वाले उनके वीडियो को देखने वाले लोगों की संख्या लाखों में है. उत्तर से लेकर पश्चिम भारत तक में मुस्लिमों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं. फेसबुक पर उनके 3.67 लाख फॉलोअर्स हैं, जबकि इंस्टाग्राम पर 4.93 लाख, एक्स पर 73.5 हजार लोग फॉलो करते हैं. यूट्यूब पर उनके सब्सक्राइबर्स की संख्या 4.64 लाख है. 

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दुनियाभर में फैले हुए हैं मौलाना के फॉलोअर्स

जानकारी के मुताबिक, मुफ्ती सलमान अजहरी मुंबई के घाटकोपर इलाके में रहते हैं. वो एक सुन्नी सूफी मुस्लिम स्कॉलर हैं. बताया जा रहा है कि मुफ्ती ने मिस्र की राजधानी काहिरा के अल अजहर यूनिवर्विटी से पढ़ाई की है. मुफ्ती सलमान अजहरी के जरिए ही यूट्यूब पर दी गई जानकारी के मुताबिक वह 'जामिया रियाजुल जन्नाह', 'अल-अमन एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट' और 'दारुल अमन' के संस्थापक हैं. इसमें लिखा गया है कि मौलाना के फॉलोअर्स दुनियाभर में फैले हुए हैं. उनके वीडियो लाखों लोग देखते हैं.

पहली बार इस वजह से चर्चा में आए थे मुफ्ती

ऐसा नहीं कि मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी पहली बार कानून के शिकंजे में आए हैं. बल्कि ये कहना गलत नहीं है कि अब तो कानून के रखवालों के साथ अक्सर उनकी मेल मुलाकात होने लगी हैं. वो पहली बार चर्चा में तब आए थे, जब उन्होंने गाजियाबाद के डासना स्थित मंदिर के महंत मंडलेश्वर यति नरसिंहानंद को आग पर चलने की चुनौती दी थी. इस चुनौती को लेकर दुनिया भर से उन्हें स्कॉलर्स का समर्थन मिला था. इसके बाद 31 जनवरी को जूनागढ़ की एक मजलिस में मौलाना ने जहर उगला था.

आईपीसी की इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

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इसके बाद जूनागढ़ में भड़काऊ बयानबाजी करने और धार्मिक उन्माद फैलाने वाली नारेबाजी कराने के आरोप में मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (बी), 505 (2) और 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसके बावजूद मुफ्ती की वकालत में लगे लोगों का यही कहना है कि पुलिस ने ठीक नहीं किया है. उनकी गिरफ्तारी के बाद एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान ने दावा किया कि उन्होंने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया था. फिलहाल पुलिस मुफ्ती से पूछताछ के साथ ही जांच कर रही है.

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