गैंगस्टर का बना डाला फेसबुक पेज, वीडियो, तस्वीरें अपलोड कर दहशत फैलाने की कोशिश

वीडियो और तस्वीरों में रणदीप भाटी रौब झाड़ता हुआ नजर आ रहा है. इस फेसबुक पेज को नाम दिया गया है रणदीप भाटी द गैंगस्टर सपोर्ट पीपुल्स. इस फेसबुज पेज को हजारों लोग लाइक कर चुके हैं और इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

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गैंगस्टर रणदीप भाटी (फाइल फोटो) गैंगस्टर रणदीप भाटी (फाइल फोटो)

तनसीम हैदर

  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:40 PM IST

दिल्ली के मंडौली जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर का उसके समर्थकों ने एक फेसबुक पेज बना डाला है. ये फेसबुक फेज है लूट, हत्या, डकैती जैसे संगीन अपराध के जुर्म में जेल काट रहे कुख्यात अपराधी रणदीप भाटी का. इस पेज पर रणदीप की फोटो और वीडियो अपलोड की जा रही है.

इन वीडियो और तस्वीरों में रणदीप भाटी रौब झाड़ता हुआ नजर आ रहा है. इस फेसबुक पेज को नाम दिया गया है रणदीप भाटी द गैंगस्टर सपोर्ट पीपुल्स. इस फेसबुज पेज को हजारों लोग लाइक कर चुके हैं और इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लोग रणदीप भाटी की तस्वीरें शेयर और लाइक कर रहे हैं. इस पेज जुड़ने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

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रणदीप भाटी का बैकग्राउंड

बता दें कि ग्रेटर नोएडा के रिठौरी के रहने वाला नरेश भाटी और घंघौला के रहने वाला सुंदर भाटी आमने-सामने थे. दोनों अलग-अलग गैंग का संचालन कर रहे थे. सुंदर भाटी ने नरेश भाटी की हत्या कर दी. इसके बाद नरेश भाटी गैंग की कमान उसके भाई रणपाल ने संभाली. रणपाल भाटी को पुलिस ने सिकंदराबाद में एनकाउंटर में मार गिराया. रणपाल के एनकाउंटर के बाद गैंग की कमान उसके भाई रणदीप भाटी और भांजा अमित कसाना ने संभाली. दोनों ने गैंग में शूटरों को भरना शुरू किया. साथ ही गैंग का विस्तार किया.

फेसबुक का स्क्रीनशॉट

रणदीप का मुख्य काम गिरोह में नए लड़कों को जोड़ना और वारदात के बाद शरण देना था. कई हत्याओं को उसने खुद भी अंजाम दिया. 2011 में सुंदर भाटी पर सिकंदराबाद गाजियाबाद में जानलेवा हमले के बाद से ही वह फरार चल रहा था. इस दौरान उसने सपा नेता चमन भाटी की हत्या कर दी. उस पर यूपी पुलिस ने पहले पचास हजार बाद में एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया. 24 जून 2015 को नोएडा पुलिस ने रणदीप को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वो जेल में बंद है.

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दहशत फैलाने की कोशिश

रिपोर्ट के मुताबिक रणदीप के समर्थक इन तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, और एक क्रिमिनल को सराहना दे रहे हैं. पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया है कि उनके पास रणदीप भाटी के नाम से फेसबुक पेज बनाने की बावत कोई शिकायत लिखित में नहीं आई है. हालांकि पुलिस ने कहा कि साइबर सेल इस बारे में जांच करेगी, और अगर इस जिले के दायरे में किसी शख्स ने ऐसा कुछ किया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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