प्रवासी मजदूरों के साथ हादसों का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है. शनिवार को यूपी के औरेया में 25 लोगों की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद मध्य प्रदेश के बड़वानी में सड़क हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई. जबकि कई घायल हैं. इसके बावजूद बदहाली की मार झेल रहे मजदूरों का पैदल ही अपने राज्यों की ओर जाने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है.
लॉकडाउन में काम बंद होने के बाद दिल्ली में काम करने वाले मजदूर यूपी के अपने गृह जिलों की ओर लौटना चाहते हैं लेकिन दिल्ली यूपी बॉर्डर पर गाजियाबाद पुलिस इन्हें वापस भेज रही है. एक परिवार दिल्ली के मंडावली इलाके में रहता था, मगर हालात ऐसे बिगड़े कि पूरा परिवार पैदल ही टीकमगढ़ के लिए निकल पड़ा. साथ में 15 दिन की बच्ची और घर का सामान भी है.
इस परिवार में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं. एक तरफ सरकार कह रही है कि दिल्ली में मजदूरों को पर्याप्त खाना मिल रहा है, वहीं परिवार वालों का कहना है कि अगर खाना मिल ही रहा होता तो दिल्ली से टीकमगढ़ के लिए पैदल निकलते ही क्यों?
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हाथ में गृहस्थी का सामान समेटे और गोद में 15 दिन की बेटी को लिए यह परिवार हमेशा के लिए दिल्ली छोड़कर जाना चाह रहा है. बच्ची की मां बोल नहीं सकती है. लेकिन उनके चेहरे की थकान और परेशानी बिना कुछ बोले ही सारी कहानी बयां कर रही है.
परिवार ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से दो महीनों से कामकाज ठप है, कर्ज बढ़ गया है. पैसा कहां से लाएं. इसलिए घर लौट रहे हैं. ताकि जिंदगी चलती रहे.
ये सिर्फ एक परिवार की कहानी नहीं है. सड़क पर अनगिनत परिवार दिख रहे हैं. कोई यूपी जा रहा है तो कोई बिहार लेकिन परेशानी सबकी एक ही है. रोजगार खत्म तो घरबार खत्म, जब घर वापस लौटने का भी कोई रास्ता नहीं दिखा तो पैदल ही बीवी-बच्चों के साथ घर के लिए रवाना हो गए.
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यूपी के घसीटा और उनकी पत्नी सपना की भी यही कहानी है. ये पानीपत में मजदूरी करते थे लेकिन अब हालत खराब हैं. इनके जैसे कई लोगों के पास अब परिवार के लिए दो वक्त की रोटी के लिए पैसे नहीं हैं. कुछ दिनों से स्कूल में रह रहे थे. लेकिन जब खाने की व्यवस्था भी नहीं हो पाई तो घर के लिए रवाना हो गए. फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर पर फंस गए हैं क्योंकि पुलिस उन्हें राज्य में दाखिल नहीं होने दे रही है.
बता दें, उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे के बाद सीएम योगी ने एक बार फिर से सभी अधिकारियों से प्रवासी मजदूरों के पैदल चलने पर रोक लगाने को कहा है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जारी आदेश में स्पष्ट तौर पर सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रवासी नागरिकों को पैदल, अवैध या असुरक्षित गाड़ियों से यात्रा न करने दिया जाए.
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शनिवार को उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी ने औरैया सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रवासी नागरिक को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करने दिया जाए.
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उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं. अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं. यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है. इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं. शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई है.
पंकज जैन