कोरोना वायरस की मार से भारतीय रेलवे को भी भारी नुकसान सहना पड़ रहा है. 200 ट्रेन या तो रद्द कर दी गई या यात्रियों की आवाजाही सीमित रखने के लिए रोक दी गई हैं. सूत्रों ने बताया कि मार्च महीने में ही रेलवे को कम से कम 450 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. ये नुकसान हर दिन बढ़ रहा है.
मार्च महीने में रिकॉर्ड संख्या में टिकट कैंसल हो रहे हैं. ये आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. 1 मार्च से 12 मार्च तक उत्तर रेलवे जोन में ही 12.29 लाख टिकट कैंसल हुए. 11 मार्च को कोरोना वायरस के केस बढ़ने के साथ ही टिकट कैंसल होने की दर 31-32% तक पहुंच गई.
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इससे पहले ये दर सामान्य रीशेड्यूलिंग के तहत इसी महीने में 17% थी. सूत्रों ने बताया कि भारतीय रेलवे को यात्रियों का कुल नुकसान 40% से अधिक पहुंच गया है. उत्तर रेलवे ने इसी जोन में 85 करोड़ रुपये के टिकट रिफंड किए.
संसदीय पैनल को रेलवे बोर्ड का प्रेजेंटेशन
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को अनारक्षित और आरक्षित वर्गो में टिकटों की बुकिंग पर दी जाने वाली छूट को 20 मार्च रात 12 बजे से वापस ले लिया. ये आदेश अगली एडवाइजरी तक जारी रहेगा. ये इसलिए किया गया है जिससे कि वरिष्ठ नागरिकों को गैर ज़रूरी यात्राओं से रोका जा सके. कोरोना वायरस के रेलवे पर असर को लेकर रेलवे बोर्ड ने संसदीय पैनल को प्रेजेंटेशन दिया है. इसमें जानकारी दी गई है कि रेलवे को कोरोना वायरस खतरे के सामने आने के बाद अब तक 63% कैंसलेशन हो चुके हैं.
प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 50 रुपये
बता दें कि बीते दिनों रेलवे ने भीड़ कम करने के लिए 6 डिविजनों के स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक मुंबई, वड़ोदरा, अहमदाबाद, रतलाम,राजकोट, भावनगर डिविजन के रेलवे स्टेशनों पर अब 10 के बजाय 50 रुपये में प्लेटफॉर्म टिकट मिलेंगे. यह नियम 16 मार्च से लागू है.
मिलन शर्मा