महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई को धीरे-धीरे फिर से खोलने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. हालांकि, फिर भी मुंबई में काम करने वाली हाउस मेड शहर को छोड़ने को मजबूर हैं. हाउस मेड से भरी एक बस गुरुवार को बांद्रा से कोलकाता के लिए रवाना हुई.
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हाउस मेड ने बताया कि मुंबई की इमारतों में रहने वाले लोगों का कहना है कि वे हाउस मेड को एक साल तक आने की अनुमति नहीं देंगे, जब तक कि कोरोना खत्म नहीं हो जाता. उनका कहना है कि उनके पास पैसे नहीं और ऊपर से घर का किराया बहुत ज्यादा है इसलिए शहर को छोड़ने का फैसला किया.
बता दें कि लॉकडाउन 5.0 को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद अलग-अलग राज्यों ने भी अपने नियम जारी किए. महाराष्ट्र देश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक है, ऐसे में यहां भी सावधानी के हिसाब से छूट दी गई है.
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महाराष्ट्र में मिली छूट को 'मिशन बिगिन अगेन' नाम दिया गया है. इसके तहत ग्रीन, ऑरेंज और कंटेनमेंट जोन के हिसाब से छूट को बांटा गया है. महाराष्ट्र में अलग-अलग फेज में कई तरह की छूट दी गई है. प्रदेश में ग्रीन जोन में टैक्सी, टू व्हीलर, फोर व्हीलर, खेती, दुकान, सामान की सप्लाई, शराब की दुकानें, सरकारी दफ्तर, बैंक, होम डिलीवरी रेस्तरां को इजाजत दे दी गई है.
वहीं, मुंबई में शुक्रवार से सुबह 9 से शाम 5 बजे तक दुकानें खोले जाने की इजाजत दी गई है. रोड के एक तरफ की दुकान एक दिन और दूसरी ओर की दुकानें दूसरे दिन खुलेंगी. वहीं रविवार को सभी दुकानें बंद रहेंगी. वहीं, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड-19 से बचाव के लिए सुरक्षा के अन्य नियमों का पालन करने का निर्देश भी दिया गया है.
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विद्या