साइकिल से गया अपने घर जा रहा था मजदूर, रायबरेली में गाड़ी ने मारी टक्कर, मौत

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से बिहार के गया के लिए रवाना हुए एक प्रवासी मजदूर की रायबरेली में सड़क हादसे में मौत हो गई. मजदूर की साइकिल को एक तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दी.

Advertisement
सांकेतिक तस्वीर (फोटो: PTI) सांकेतिक तस्वीर (फोटो: PTI)

aajtak.in

  • रायबरेली,
  • 13 मई 2020,
  • अपडेटेड 3:27 PM IST

  • साइकिल से घर जा रहे प्रवासी मजदूर की मौत
  • रायबरेली के पास एक इनोवा कार ने मारी टक्कर

कोरोना वायरस के संकट के बीच लागू लॉकडाउन का सबसे अधिक असर प्रवासी मजदूरों पर पड़ रहा है. सार्वजनिक यातायात के अभाव के कारण प्रवासी मजदूरों को पैदल या साइकिल पर सफर करना पड़ रहा है. उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक प्रवासी मजदूर जब साइकिल से बिहार के गया जा रहा था, तो एक कार ने साइकिल को टक्कर मार दी जिसमें मजदूर की मौत हो गई.

Advertisement

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से बिहार के गया के लिए प्रवासी मजदूर शिवकुमार दास साइकिल से रवाना हुए. उनके साथ कुछ अन्य साथी भी थे, लेकिन जब वो रायबरेली की डोली ग्राम सभा के पास पहुंचे तो सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई. तेज रफ्तार इनोवा गाड़ी ने साइकिल सवार मजदूर को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें उसकी मौत हो गई.

स्थानीय पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर कार सवार को हिरासत में लिया है, जबकि गाड़ी भी जब्त कर ली है. पुलिस की ओर से श्रमिक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है.

देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें

बताया जा रहा है कि बिहार के गया के निवासी शिवकुमार दास साइकिल से ही अपने घर गया जा रहे थे, तभी मजदूरों को लेकर जा रही एक इनोवा गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी. जिसमें वह बुरी तरह से घायल हुए, आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

Advertisement

कोरोना पर फुल कवरेज के लि‍ए यहां क्ल‍िक करें

शिवकुमार दास अपने पांच साथियों के साथ घर के सफर पर निकले थे, लेकिन उनके दोस्त तो अलग हो गए और ये सफर उनके लिए आखिरी सफर साबित हुआ. आपको बता दें कि देश के कई हिस्सों में प्रवासी मजदूरों के साथ इस तरह के हादसे की खबरें आ रही हैं, बीते दिनों महाराष्ट्र में भी एक ट्रेन ने प्रवासी मजदूरों को कुचल दिया था.

सरकार की ओर से मजदूरों के लिए श्रमिक ट्रेनें चलाने का भी इंतजाम किया गया है, लेकिन उसमें स्थानीय और राज्य सरकारों के द्वारा दी गई लिस्ट के अनुसार ही लोगों को भेजा जा रहा है, ऐसे में प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कत हो रही है.

(रायबरेली से शैलेंद्र प्रताप सिंह का इनपुट)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement