झारखंड में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बावजूद इसके वहां लॉकडाउन के पालन में घोर लापरवाही देखने को मिल रही है. इसके बाद राज्य सरकार ने राजधानी रांची में सीआरपीएफ की तैनाती करने का फैसला किया है. इसके साथ ही रांची को सील कर दिया गया है. अब न तो रांची से कोई बाहर जा सकता है और न ही राजधानी की सीमा में प्रवेश कर सकता है.
रांची की सीमाएं सील, CRPF तैनात
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में कोरोना के नये मामलों का रांची के हिंदपीढ़ी से लिंक दिख रहा है. हिंदपीढ़ी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है, इसके बावजूद यहां के लोग दूसरे जगहों पर जा रहे हैं. हेमंत सोरेन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ये तत्काल रूकना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ की तैनाती की जाएगी और रांची की सभी सीमाएं सील कर दी जाएगी.
कोरोना मरीजों की संख्या 91 हुई
झारखंड में सोमवार को कोरोना के 8 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. ये सभी लोग रांची के ही हैं. इसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है. इन नये मरीजों के मिलने के बाद राज्य में अब कुल 91 मरीज कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में एक एएसआइ, एक एम्बुलेंस ड्राइवर, दो हिंदपीढ़ी के निवासी और एक कडरू का बताया जा रहा है.
ढील देने से इनकार
इस बीच राज्य सरकार ने गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार गैर जरूरी दुकानों को 3 मई तक राहत देने से इनकार कर दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके पीछे राज्य में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या का हवाला दिया है.
कोरोना का केंद्र बना हिंदपीढ़ी
झारंखड की राजधानी रांची में स्थित हिंद पीढ़ी वो इलाका है जहां राज्य में कोराना की सबसे पहली मरीज मिली थी. ये महिला मलेशिया की थी. अब यहां कोरोना के मरीजों की संख्या लगभग 50 तक पहुंच गई है. इसमें कई तबलीगी जमात से जुड़े लोग हैं. कोरोना का केंद्र होने के बावजूद यहां पर बड़े पैमाने पर लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं, इसके बाद प्रशासन ने यहां सीआरपीएफ की तैनाती कर दी है.
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