क्या लॉकडाउन का तीसरा फेज भी आएगा, जानें AIIMS डायरेक्टर और डॉ नरेश त्रेहन का जवाब

डॉ नरेश त्रेहन ने कहा कि लॉकडाउन हमें समय देता है और संक्रमण की गति को धीमा कर देता है, इससे हमें तैयार होने का समय मिलता है, हमने कोविड के लिए विशेष अस्पताल बना लिए, हम पीपीई बना रहे हैं जो संतोषदायक है, हमें सप्लाई मिली, इससे हमें तैयार होने में मदद मिली है कि अगर कोराना का संक्रमण बढ़े तो हम ठीक से उसका मुकाबला कर पाएं.

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डॉ रणदीप गुलेरिया और डॉ नरेश त्रेहन (दाएं) डॉ रणदीप गुलेरिया और डॉ नरेश त्रेहन (दाएं)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 7:53 AM IST

  • लॉकडाउन सबसे अच्छा विकल्प है
  • कपड़े के मास्क का इस्तेमाल करें
  • वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड बढ़ा है

देश के दो जाने-माने डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से रोकने में लॉकडाउन के तीसरे फेज से इनकार नहीं किया है. इंडिया टुडे ई कॉन्क्लेव में एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया और मेदांता अस्पताल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ नरेश त्रेहन ने कहा है कि इस वक्त कोरोना के खिलाफ लॉकडाउन सबसे अच्छा विकल्प है.

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लॉकडाउन से तैयार होने का मिलता है समय: डॉ नरेश त्रेहन

डॉ नरेश त्रेहन ने कहा कि लॉकडाउन हमें समय देता है और संक्रमण की गति को धीमा कर देता है, इससे हमें तैयार होने का समय मिलता है, हमने कोविड के लिए विशेष अस्पताल बना लिए, हम पीपीई बना रहे हैं जो संतोषदायक है, हमें सप्लाई मिली, इससे हमें तैयार होने में मदद मिली है कि अगर कोराना का संक्रमण बढ़े तो हम ठीक से उसका मुकाबला कर पाएं.

डॉ त्रेहन ने कहा कि अगर आप एक मॉड्यूलेशन को देखें तो पता चलता है कि अगर आप 59 दिनों तक लॉकडाउन करते हैं तो कोरोना के संक्रमण को रोक सकते हैं, आज चिंता की बात ये है कि केस रोजाना बढ़ रहे हैं, डबलिंग रेट बढ़ रहा है ये अच्छी बात है, लेकिन इससे हमें थोड़ी ही राहत मिलती है, इससे हम चिंतामुक्त नहीं हो सकते हैं.

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हॉटस्पॉट के हिसाब से रणनीति बनानी होगी: एम्स डायरेक्टर

डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि लॉकडाउन-3 की संभावनाओं पर कहा कि स्वास्थ्य के नजरिए से अभी हमारे पास लॉकडाउन सबसे अच्छा विकल्प है, हमें ये देखने की जरूरत है कि इसे हम कैसे क्रमवार तरीके से कर सकें, हॉटस्पॉट को देखना होगा और रणनीति बनानी पड़ेगी.

कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें

डॉ गुलेरिया ने कहा कि लॉकडाउन को बढ़ाने के अपने नुकसान हैं, इससे दिहाड़ी मजदूर प्रभावित होते हैं, गरीबों पर असर पड़ता है. लेकिन हमें ये भी देखने की जरूरत है कि हमारे पास न तो दवा है, न ही इंजेक्शन, हमारे पास एक ही तरीका है सख्त लॉकडाउन. डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कुछ इलाकों में निश्चित रूप से लॉकडाउन को चालू रखना पड़ेगा.

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डॉ त्रेहन ने औद्योगिक जगत को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें एक प्लान तैयार कर सरकार के पास जाना होगा और बताना होगा कि इस तरीके से सबसे सुरक्षित होकर उद्योगों को चलाया जा सकता है.

वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड बढ़ा है

चर्चा के दौरान डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में सबसे चिंता का विषय वैसे लोग हैं जिनके अंदर कोरोना के वायरस तो हैं लेकिन इसके लक्षण नहीं दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर कोरोना वायरस का इनक्यूबेशन 14 होता है, लेकिन कई मामलों में incubation पीरियड 30 से ज्यादा दिनों तक चल रहा है.

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कपड़े का मास्क लाभदायक

डा रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कपड़े का मास्क लाभदायक साबित हो रहा है. इसका लगातार इस्तेमाल करते रहना चाहिए. डॉ त्रेहन ने कहा कि मास्क का इस्तेमाल इंफेक्शन के खतरे को कम करता है.

HCQ का क्या रोल है

डॉ गुलेरिया ने कहा कि डाटा के आधार पर चीन और फ्रांस की स्टडी कहती है कि इससे फायदा होता है. उन्होंने कहा कि इस दवा से वायरल लोड कम किया जा सकता है. रिस्क फैक्टर का अध्ययन कर इसे हेल्थकेयर में लगे स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जा सकता है.

डिलीवरी ब्वॉय से ऐसे लें डिलीवरी

डॉ त्रेहन ने कहा कि आप बिना मास्क पहने डिलीवरी ब्वॉय से डिलीवरी न लें. डिलीवरी ब्वॉय को भी दस्ताने और मास्क पहनने चाहिए. हर डिलीवरी के बाद दस्तानों को बदलने की जरूरत है. इसके अलावा पैकिंग का खास ध्यान रखने की जरूरत हैं.

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