लॉकडाउन खुलने के बाद जब आप दिल्ली मेट्रो में सफर करेंगे तो आपको एक अलग एहसास हो सकता है. कोरोना का प्रकोप दिल्ली मेट्रो में यात्रा का अंदाज बदलने जा रहा है. मेट्रो के भीड़-भाड़ भरे कोच में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर विचार किया जा रहा है और कोच के अंदर अल्टरनेट सीटिंग की व्यवस्था की जा रही है.
दिल्ली मेट्रो लॉकडाउन के बाद की तैयारियों पर तेजी से काम कर रहा है. पूरे मेट्रो परिसर की तसल्ली से सफाई की जा रही है. डीएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारी अनुज दयाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए डीएमआरसी स्वच्छता और रख रखाव पर विस्तार से काम कर रहा है.
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264 स्टेशनों, 2200 कोच की सफाई का जिम्मा
अनुज दयाल ने कहा कि ये काफी लंबा चौड़ा काम है. इसके तहत हमें 264 स्टेशनों, 2200 कोच, 1100 एस्कलेटर्स और 1000 लिफ्ट की सफाई करनी है और इनकी कार्यक्षमता चेक करनी है. बता दें कि दिल्ली में 22 मार्च के बाद से मेट्रो का परिचालन बंद है.
अल्टरनेट सीटिंग की व्यवस्था
दिल्ली मेट्रो के अनुसार सफाई के बाद सबसे बड़ी जिम्मेदारी है ऑपरेशन शुरू होने पर सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का पालन करने की. दिल्ली मेट्रो के कोच और परिसर में सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए रणनीति बनाई जा रही है. मेट्रो कोच में अल्टरनेट सीटिंग की व्यवस्था की जा रही है. सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए मेट्रो में लगने वाली कतार में यात्रियों के बीच में कम से कम 1 मीटर की दूरी होगी.
इसके साथ ही मेट्रो में प्रवेश करने वाले यात्रियों को 1 सीट छोड़कर बैठना होगा. इतना ही नहीं दिल्ली मेट्रो एक बार में सफर करने वाले लोगों की संख्या भी सीमित कर सकती है ताकि मेट्रो में भीड़ ना बढ़े.
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सिग्नल, बिजली सप्लाई, मेट्रो ट्रैक की गहनता से जांच
हालांकि दिल्ली मेट्रो के पहिए एक बार फिर से कब दोड़ेंगे इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है, लेकिन दिल्ली मेट्रो का कहना है कि इसी सूचना मिलते ही लोगों को सूचित किया जाएगा. इससे पहले सिग्नल, बिजली सप्लाई, मेट्रो ट्रैक की गहनता से जांच की जाएगी, ताकि मेट्रो पूरी जिम्मेदारी और सुरक्षा से यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचा सके.
अंकित यादव