कोरोना वायरस के महासंकट के बीच केंद्र और राज्य की सरकारें लगातार तैयारियां करने में जुटी हुई हैं. इस बीच शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अगुवाई में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक हुई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में हुई इस बैठक में कई केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी शामिल हुए.
बैठक में कोरोना संकट को लेकर आगे की रणनीति, लॉकडाउन 4.0 में आने वाली चुनौतियों और राहत के क्षेत्र में जारी कामकाज की समीक्षा की गई.
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बता दें कि डॉ. हर्षवर्धन की अगुवाई में हो रही ये बैठक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की 15वीं बैठक है. इसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर, शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडविया, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे समेत कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे.
कोरोना संकट को लेकर दो मोर्चे पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक होती हैं. एक डॉ. हर्षवर्धन की अगुवाई में जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चर्चा होती है, जबकि दूसरी बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में होती है, जिसमें लॉकडाउन को लेकर विचार किया जाता है.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लॉकडाउन 4.0 का ऐलान किया था. पीएम ने कहा था कि 18 मई से जो लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू होगा, उसमें नियम काफी अलग होंगे. जो राज्य सरकारों के सुझाव के आधार पर तैयार होंगे.
राज्य सरकार की ओर से 15 मई तक केंद्र सरकार को सुझाव भेजे जाने हैं, जिसके बाद केंद्र की ओर से नई गाइडलाइन्स जारी की जाएंगी.
अगर देश में कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल केस की संख्या 81970 पहुंच गई है. जबकि मौत का आंकड़ा 2649 पहुंच गया है.
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