यूपी में पीपीई किट को लेकर उठे सवाल, डॉक्टरों के इस्तेमाल पर लगाई गई रोक

कोरोना वायरस की जांच व इलाज में जुटे डॉक्टरों और स्टाफ को पीपीई किट पहनना अनिवार्य है. यह किट मेडिकल स्टाफ को कोरोना वायरस से बचाने में मदद करता है.

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फाइल फोटो-पीटीआई फाइल फोटो-पीटीआई

शिवेंद्र श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 16 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 7:35 AM IST

  • यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन ने भेजी थी किट
  • महानिदेशक केके गुप्ता ने कहा- मत करें इस्तेमाल

कोरोना से निपटने के लिए टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट (पीपीई) किट पर ही सवाल उठने लगे हैं. यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन की ओर से भेजी गई पीपीई किट को इस्तेमाल ना करने के निर्देश दिए गए हैं.

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यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन की ओर से कई मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में पीपीई किट की सप्लाई की गई थी. जीआईएमसी नोएडा के निदेशक व मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य ने किट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं.

वहीं, शिकायत के बाद महानिदेशक केके गुप्ता ने सभी जिलों के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को चिट्ठी लिखकर कहा कि कॉरपोरेशन की ओर से भेजी गई पीपीई किट का इस्तेमाल ना करें.

महानिदेशक केके गुप्ता ने पीजीआई लखनऊ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, मेरठ, झांसी, गोरखपुर, कन्नौज, जालौन, बांदा, बदायूं, सहारनपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, अयोध्या में पीपीई किट्स की बिल्कुल इस्तेमाल ना करने के निर्देश दिए हैं.

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बता दें कि कोरोना वायरस की जांच व इलाज में जुटे डॉक्टरों और स्टाफ को पीपीई किट पहनना अनिवार्य है. यह किट मेडिकल स्टाफ को कोरोना वायरस से बचाने में मदद करता है. मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य संस्थानों में पीपीई किट भेजना का जिम्मा कॉरपोरेशन की सौंपा गया था.

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