कोरोना वायरस लगातार भारत में अपने पैर पसार रहा है. पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार सतर्क है. लगातार लोगों की टेस्टिंग की जा रही है लेकिन कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना की महामारी से निपटने के लिए तीनों सेनाएं और डीआरडीओ युद्ध स्तर पर मोर्चा संभाल रही हैं.
इसमें रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) अहम भूमिका निभा रहा है. खासतौर से सैनिटाइजर और मास्क बनाने के लिए DRDO दिन रात काम कर रहा है. डीआरडीओ के चेयरमैन डॉक्टर सतीश रेड्डी ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि हमारी लैब अभी तक बीस हजार से ज्यादा बोतल सैनिटाइजर तीनों सेनाओं, स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को दे चुकी है.
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उन्होंने कहा कि हमने अपनी तकनीक स्वास्थ्य मंत्रालय को भी दे दी है. डीआरडीओ के चेयरमैन डॉक्टर सतीश रेड्डी ने बताया कि हमने अपनी ये तकनीक उद्योगों को दी है, जिससे हर दिन 10 हजार लीटर सैनिटाइजर बना सकते हैं.
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उन्होंने कहा कि मास्क की जरूरत को पूरा करने के लिए भी हम काम कर रहे हैं. हमने 20 हजार मास्क बनाकर दिल्ली पुलिस को दिए हैं. डीआरडीओ ने मुंबई की एक इंडस्ट्री को बॉडी सूट बनाने की तकनीक दी है. उन्होंने कहा कि अब हर दिन एक हजार बॉडी सूट बनाने शुरू करेंगे.
वेंटिलेटर की जरूरत को पूरा करने के लिए भी डीआरडीओ काम कर रहा है. अभी मैसूर में एक इंडस्ट्री के साथ नए वेंटिलेटर पर काम चल रहा है. आने वाले दो-तीन दिनों में यह वेंटिलेटर भी तैयार हो जाएगा. जिसके बाद भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और दूसरी प्राइवेट इंडस्ट्री के साथ मिलकर वेंटिलेटर बनने शुरू किए जाएंगे.
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बता दें कि केंद्र और राज्य सरकारों के सतर्क रहने के बाद भी देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अब भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों का का आंकड़ा करीब 650 तक पहुंच चुका है. वहीं, अबतक 16 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है.
मंजीत नेगी