पूरी दुनिया में कोरोना वायरस को लेकर जंग जारी है. अमेरिका लगातार चीन को इस वायरस के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी पक्षपात का आरोप लगा चुके हैं. जबकि चीन लगातार कहा रहा है कि अमेरिका ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. इसी बीच चीन की तरफ से अमेरिका को एक वीडियो के जरिए चिढ़ाया गया है.
दरअसल, 'Once Upon a Virus' नामक टाइटल से एक एनिमेटेड वीडियो गुरुवार को फ्रांस में चीन के दूतावास ने ट्विटर पर पोस्ट किया है. इस
वीडियो में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि चीन लगातार वायरस को लेकर
सावधान करता रहा, जबकि अमेरिका उसे नजरअंदाज करता रहा, और बाद में उल्टा
चीन पर ही आरोप लगा रहा है.
दिलचस्प बात यह है कि फ्रांस में चीन
की एंबेसी ने ट्विटर पर इसे अपलोड किया है. अब यह पूरी दुनिया में वायरल हो
रहा है. वीडियो में कार्टूनों के जरिए दिखाया गया है कि वायरस की शुरुआत
से लेकर चीन लगातार दुनिया को जानकारी देता रहा है, जबकि अमेरिका इसे टालता
रहा.
1 मिनट 39 सेकंड के इस वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि चीन
ने जनवरी में अपने यहां लॉकडाउन की घोषणा की और अमेरिका ने उसे बर्बर
बताया और अमेरिका ने चीन पर मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया. इस वीडियो को
लेकर ट्विटर पर खूब चर्चा हो रही है.
इस वीडियो पर लोग अपनी
प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं. हालांकि, कई यूजर्स ने चीन के सही समय पर
सूचना देने के दावे को गलत बताया है. उनका कहना है कि चीन ने बहुत कुछ
छिपाया है.
यहां देखें वीडियो....
मालूम हो कि चीन के वुहान शहर से फैला यह वायरस अब पूरी
दुनिया में तहलका मचा रहा है. अमेरिका ने पूरी तरह इस महामारी के सामने
घुटने टेक दिये हैं. वहां मौत का आंकड़ा 65 हजार के पार हो चुका है.
लगातार मौतों से भड़का अमेरिका, चीन को सजा देने की तैयारी!
चीन और अमेरिका के बीच जारी इस खेल के बीच अमेरिका में हो रही मौतों से बौखलाए ट्रंप प्रशासन ने अब चीन को बड़ा झटका देने की तैयारी की है. ट्रंप प्रशासन कोरोना वायरस महामारी के लिए कई मोर्चों पर चीन को दंडित करने के लिए एक दीर्घकालिक योजना तैयार कर रहा है.
दरअसल, पिछले दिनों सीएनएन ने ट्रंप प्रशासन के सूत्रों के हवाले से एक
रिपोर्ट में बताया कि अमेरिका की तरफ से चीन पर प्रतिबंधों सहित कई अन्य
कदम उठाए जा सकते हैं. इनमें अमेरिकी ऋण दायित्वों को रद्द करने और नई
व्यापार नीतियों को तैयार करने जैसे उपाय शामिल हैं. इन सब के अलावा चीन के
मामले में जहां-जहां अमेरिकी भूमिका हैं वहां सब जगह अमेरिका विचार कर रहा
है.
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम न छापने की
शर्त पर कहा कि हमें अर्थव्यवस्था को फिर से सुधारना है, हमें इस बारे में
सावधान रहना होगा कि हम यह कैसे करेंगे. लेकिन हम चीन को यह सबक सिखाने के
तरीके खोजेंगे कि उनके कार्य पूरी तरह से निंदनीय हैं. हालांकि यह कब और
कैसे होगा इस बारे में नहीं बताया गया है.
खुफिया विभाग पर भी दबाव:
उधर खुफिया विभाग पर भी प्रशासन की तरफ से भारी दबाव है. यह पता लगाने के लिए कि क्या चीन के वुहान में प्रयोगशाला से वायरस निकला गया है या इस पर कोई और बात है. प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी लगातार इस बात को लेकर दबाव बनाए हुए हैं कि इसका पता जल्द से जल्द निकाला जाए.
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के मुद्दे को चुनाव से जोड़ा:
उधर ट्रंप
लगातार चीन पर हमलावर हैं. ट्रंप ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में
संवाददाताओं से कहा कि चीन उन्हें फिर से राष्ट्रपति के रूप में देखना नहीं
चाहता है क्योंकि अमेरिका उनके व्यापार सौदे के माध्यम से काफी लाभ
प्राप्त कर रहा है. साथ ही ट्रंप ने अपने विपक्षी उम्मीदवार जो बिडेन पर
निशाना साधते हुए कहा कि चीन 'स्लीपी जो बिडेन' को देखना चाहता है.
ट्रंप
प्रशासन को इस बात का भी डर है कि चीन की रणनीतिक चुनौती और प्रशासन के
भीतर बढ़ते आपसी संदेह के बीच अमेरिका-चीन की झड़प बढ़ती जा रही है, इससे
डोनाल्ड ट्रंप के लिए अगले कार्यकाल को बचाना मुश्किल ना हो जाए.
कुल मिलाकर अब
चीन के बढ़ते वर्चस्व अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के अंदर खलबली मचा दी है.
अमेरिका हर हाल में अब चीन को जवाब देना चाहता है, चाहे वो रणनीतिक तौर पर
हो या आर्थिक तौर पर हो.