देश में किसी राज्य में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला तो वो महाराष्ट्र है. इस राज्य में कोविड 19 संक्रमितों की संख्या का आंकड़ा 10 हजार के पार जा चुका है. मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है. इसी देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना टेस्ट के लिए एक नायाब तरीका निकाला है. मुंबई में रहने वाले लोग अब कोरोना का टेस्ट चलते-फिरते भी हो सकेंगे.
(Photo Aajtak)
बीएमसी ने एक ऐसी बस का निर्माण करवाया है जिसमें कोई भी अपना टेस्ट करवा सकेगा. इसमें पूरी लैब को तैयार किया गया है अब यह चलती फिरती बस उन इलाकों में जाकर लोगों की जांच कर पाएगी जहां कोरोना के संदिग्ध पाए गए हैं.
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बीएमसी की इस खास बस में कोरोना का टेस्ट का पूरा साजो सामान होगा साथ ही एक्सरे परीक्षण करने के लिए आधुनिक लैब भी होगी. बीएमसी ने इस मुहिम को 'कोरोना टेस्ट ऑन वील्स' का नाम दिया है. यह बस हर उस इलाके में जा पाएगी जो रेड या ऑरेंज जोन होगा.
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क्लाऊड ट्रान्सफर्म तकनीकी के जरिए रेडिओलॉजी विभाग के एक्सपर्ट और डॉक्टरों की मदद से मुंबई में कोरोना मरीजों को जल्द से जल्द ढूंढा जाएगा. बीएमसी अब इस तरह की और भी बसें बनाएगी. जिनका इस्तेमाल बीएमसी के अस्पतालों में इसका इस्तेमाल किया जायेगा.
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इस चलती फिरती बस का लोकार्पण स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे की उपस्थिति में हुआ. सरकार उम्मीद कर रही है कि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में यह 'कोरोना टेस्ट ऑन वील्स' उपयोगी साबित होगी. इसका इस्तेमाल गांव, शहर हर जगह किया जा सकेगा.
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