दिवाली पार्टी में 100% अटेंडेंस जरूरी... 1200 रुपये भी देने होंगे, कंपनी का फरमान हो गया वायरल

एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए नया फरमान जारी किया है. कंपनी ने कहा है कि कर्मचारियों को दिवाली पार्टी के लिए 1200 रुपये देना होगा और कर्मचारियों के लिए 100 फीसदी अटेंडेंस भी अनिवार्य किया है.

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दिवाली पार्टी के लिए कंपनी का फरमान. (Photo: Reddit, Freepik) दिवाली पार्टी के लिए कंपनी का फरमान. (Photo: Reddit, Freepik)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 08 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 3:33 PM IST

एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए बड़ा फरमान जारी किया है. कंपनी ने दिवाली के लिए 100% अटेंडेंस अनिवार्य कर दिया है. साथ ही कर्मचारियों से पार्टी के खर्च के लिए पैसे भी देने को कहा है. व्हाट्सएप स्‍क्रीनशॉट के जरिए इसका खुलासा हुआ है. यह स्‍क्रीनशॉट सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म Reddit पर वायरल है. 

पोस्‍ट में शेयर किए गए व्हाट्सएप स्‍क्रीनशॉट के मुताबिक, कर्मचारियों को दिवाली पार्टी के लिए 1,200 रुपये और मैनेजर्स को 2000 रुपये देने का फरमान दिया गया है. एक हैशटैग भी दिया गया, जिसमें लिखा था कि शराब 'ऑन द हाउस' होगी. 

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पोस्‍ट में कंपनी ने क्‍या कहा? 
इस पोस्‍ट में लिखा था कि सभी को नमस्‍कार! हम दिवाली पार्टी करने जा रहे हैं. आपकी टीमों की 100 फीसदी उपस्थिति अन‍िवार्य है. अपनी टीम के हर सदस्‍य से 1200 रुपये लीजिए. मैनेजर्स से 2000 रुपये लीजिए. सभी को इसके लिए प्रति व्‍यक्ति 1200 रुपये देने होंगे. यह पोस्‍ट रेडिट पर यूजर आईडी r/IndianWorkplace के साथ किया गई थी. पोस्‍ट के कैप्‍शन में कहा गया है कि यह एक कंपनी के लिए शर्मनाक है. 

स्क्रीनशॉट अपलोड करने वाले यूजर ने कंपनी की आलोचना करते आगे लिखा कि आप अपने कर्मचारियों से एक बोरिंग पार्टी देने के लिए पैसे मांग रहे हैं और वह जगह भी खराब हो. यह कंपनी के लिए बेहद शर्मनाक है. इस पोस्‍ट के बाद लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. 

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लोगों ने क्‍या कहा? 
इसके पोस्‍ट होते ही लोगों के तरह-तरह के रिएक्‍शन आने शुरू हो गए. कई रेडिट यूजर्स ने बातचीत के लहजे और माध्‍यम दोनों पर कमेंट किया. एक यूजर ने कहा कि आधिकारिक इंफॉर्मेशन के लिए व्‍हाट्सएप का यूज नहीं करना चाहिए. दूसरे यूजर ने कहा कि अगर आपकी कंपनी व्‍हाट्सएप के जरिए मैसेज शेयर कर रही है तो वह प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बीच की रेखा को धुंधला कर रही है. व्हाट्सएप पेशेवर बातचीत के लिए नहीं है, जो भी कंपनी ऐसा करती है, उसे अपने कर्मचारियों की परहवाह नहीं है, जो यह संकेत है कि जल्‍द से जल्द आपको इस कंपनी से दूर हो जाना चाहिए. 

एक अन्य यूजर ने कहा कि ऐसा करने वाली कोई भी कंपनी ' कर्मचारियों की परवाह नहीं करती' और यह 'संकेत है कि आपको वहां से चले जाना चाहिए.' कुछ यूजर्स ने अनिवार्य उपस्थिति नियम पर भी सवाल उठाया और पूछा कि यह कार्यक्रम वैकल्पिक क्यों नहीं है और यदि कोई व्यक्ति भुगतान करने या इसमें भाग लेने से इनकार कर दे तो क्या होगा. 

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