2000 रुपये के गुलाबी नोटों (Rs 2000 Note) को बंद हुए करीब दो साल होने को आए हैं, लेकिन अभी तक मार्केट में मौजूद सभी करेंसी नोटों की वापसी नहीं हो सकती है. भारतीय रिजर्व बैंक लगातार इससे जुड़ा डाटा शेयर करता है और अब 31 जनवरी 2025 तक की डिटेल शेयर की है. RBI के आंकड़ों पर नजर डालें, तो अभी भी 6577 करोड़ रुपये मूल्य के ये बड़े नोट बाजार में मौजूद हैं, जिन्हें वापस नहीं किया जा सकता है. सर्कुलेशन से बाहर किए जाने के बाद शुरुआत में 2000 रुपये के नोटों की वापसी जोरदार रही थी, जबकि अब ये बेहद धीमी रफ्तार से वापस आ रहे हैं.
महीनेभर में सिर्फ 114 करोड़ की वापसी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा चलन से बाहर किए गए 2000 रुपये के नोटों पर जारी किए गए अपडेट को देखें, तो कहा गया है कि 98.15 फीसदी गुलाबी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ चुके हैं और अब भी 6,577 करोड़ रुपये के ऐसे नोट लोगों के पास बचे हुए हैं, जिनकी वापसी का इंतजार है. एक महीने में सिर्फ 114 करोड़ रुपये मूल्य के नोट वापस आ सके हैं. बता दें कि 31 दिसंबर तक के आरबीआई डाटा के मुताबिक, 6,691 करोड़ मूल्य के नोट बाजार में मौजूद थे.
क्यों बंद किए गए थे 2000 के नोट?
RBI ने क्लीन नोट पॉलिसी (Clean Note Policy) के तहत 19 मई 2023 को देश के सर्कुलेशन में मौजूद सबसे ज्यादा मूल्य के इस 2000 रुपये के नोट को वापस लेने का ऐलान किया था. इसके बाद केंद्रीय बैंक ने स्थानीय बैंकों और 19 आरबीआई क्षेत्रीय कार्यालयों में इन नोटों को वापस करने और बदलवाने के लिए 23 मई से लेकर 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया था. हालांकि, इसके बाद इस डेडलाइन को लगातार बढ़ाया जाता रहा.
अभी भी जमा करा सकते हैं गुलाबी नोट
बता दें कि इन नोटों को अभी भी बदला जा सकता है, हालांकि स्थानीय बैंकों में ये काम नहीं हो पाएगा. केंद्रीय बैंक ने पहले ही साफ किया है कि सर्कुलेशन से बाहर किए गए इन गुलाबी नोटों को 19 RBI Offices, जो कि अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में हैं, उनमें जाने के अलावा जनता अपने नजदीकी किसी भी डाकघर के जरिए इंडिया पोस्ट (India Post) के माध्यम से भी ये नोट जमा करा सकते हैं.
कब पेश किए गए थे ये बड़े नोट?
केंद्रीय बैंक ने 2,000 रुपये मूल्य वर्ग के बैंक नोट नवंबर 2016 में तब पेश किए गए थे, जब सरकार ने चलन में मौजूद 5,00 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने का फैसला सुनाया था. इसके बाद अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने के बाद 2,000 रुपये के बैंक नोट शुरू करने का उद्देश्य पूरा हो गया. आरबीआई ने कहा कि इसलिए, 2018-19 में 2,000 रुपये के बैंक नोटों की छपाई बंद कर दी गई.
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