सरकार ऑनलाइन गेमिंग बिल (Online Gaming Bill 2025) क्या लाई, इस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों का हाल-बेहाल हो गया. एक ओर जहां रियल मनी गेम्स (Real Money Games) से मोटी कमाई करने वाले ज्यादातर प्लेटफॉर्म्स ने अपना बोरिया बिस्तर समेट कारोबार बंद करने का फैसला कर लिया, तो वहीं उनके कई बड़े करार भी खत्म होते जा रहे हैं. अब Dream 11 के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की 358 करोड़ रुपये की डील अचानक टूट गई, तो वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, IPL के साथ My 11 Circle का समझौता भी समाप्त हो गया.
BCCI ने कहा- 'भविष्य में इनके साथ नहीं'
बीसीसीआई की ओर से कहा गया है कि वह फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म Dream 11 के साथ अपने संबंध समाप्त कर देगा. बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया के मुताबिक, क्रिकेट बोर्ड यह सुनिश्चित करेगा कि वह भविष्य में ऐसे किसी भी संगठन के साथ संबंध न रखे. उन्होंने कहा कि BCCI सरकार द्वारा प्रतिबंधित कोई भी कार्य नहीं करेगा और कानूनों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. ऐसे में गेमिंग बिल के बाद मौजूदा स्थिति को देखते हुए बीसीसीआई के लिए ड्रीम 11 का साथ जारी रखना वास्तव में मुश्किल होगा.
Byju's के साथ करार समाप्त होने के बाद ड्रीम 11 ने 4 साल की अवधि के लिए 358 करोड़ रुपये का एग्रीमेंट बीसीसीआई के साथ किया था. इसके साथ ही टीम इंडिया के अलावा ड्रीम 11 इंडियन सुपर लीग (ISL) की आधिकारिक फैंटेसी पार्टनर भी है. Dream11 और My 11 Circle भारतीय क्रिकेट टीम और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के टाइटल स्पॉन्सरशिप के जरिए बीसीसीआई को लगभग 1,000 करोड़ रुपये का योगदान देते हैं.
इस प्लेटफॉर्म का भी बड़ा करार
सरकार के Online Gaming Bill के चलते न केवल ड्रीम 11, बल्कि माय11सर्कल ने भी अपने रियल मनी गेम्स को बंद कर दिया है और My 11 Circle का इंडियन प्रीमियर लीग के लिए करार था. IPL ने पांच सीजन के लिए इससे 125 करोड़ रुपये सालाना या कुल 625 करोड़ रुपये का समझौता किया था. लेकिन इस करार को हुए अभी सिर्फ दो सीजन हुए हैं, जबकि तीन सीजन बाकी हैं. ऐसे में इसके लिए भी बीसीसीआई को नया प्रायोजक तलाश करना होगा. बता दें ये करार 2028 तक के लिए था.
विज्ञापनों पर खर्च और नुकसान
न केवल बीसीसीआई के साथ समझौतों, बल्कि ड्रीम11 और माय11सर्कल, जैसे फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म विज्ञापनों पर भी मोटी रकम खर्च करते हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो FY22-23 में विज्ञापनों ड्रीम 11 की मूल कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स ने 2,964 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि My11Circle और RummyCircle की पैरेट कंपनी गेम्स24x7 का विज्ञापनों पर कुल खर्च 1,421 करोड़ रुपये रहा. ऐसे में सरकार के नए गेमिंग बिल के चलते इन विज्ञापनों से होने वाली आय पर भी सीधा असर पड़ेगा. इनके साथ मिलकर तमाम कंपनियों के खर्च ने 2024 में भारतीय खेल विज्ञापन बाजार को 16,600 करोड़ रुपये तक पहुंचाने में मदद की है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में विश्लेषकों के हवाले से कहा गया है कि गेमिंग बिल 2025 के लागू होने से जहां रियल मनी गेम्स बैन होंगे, तो वहीं विज्ञापन मार्केट में भी तगड़ी गिरावट देखने को मिलेगी. दरअसल, भारतीय विज्ञापन बाजार में रियल-मनी गेमिंग का योगदान सालाना करीब 4,500 करोड़ रुपये से ज़्यादा है. ऐसे में RMG के अवैध होने से ऐसे खेलों का प्रचार और विज्ञापन भी अवैध हो जाएंगे.
आजतक बिजनेस डेस्क