आम लोगों की सुविधाओं के लिए स्टाम्प एवं पंजीयन विभाग ने एक नई पहल शुरू किया है, जिसमें पहली बार पोस्ट ऑफिस से भी ई-स्टाम्प देने का रास्ता खोल दिया गया है. इस महत्वाकांक्षी पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत 1 जनवरी से कानपुर नगर सहित 11 जिलों में कर दी गई है.
इसी क्रम में नववर्ष पर कानपुर नगर के बड़ा चौराहा स्थित प्रधान डाकघर में ई-स्टाम्प सेवा के शुभारंभ के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया.
दरअसल ई-स्टाम्प सुविधा भारत सरकार की विकसित भारत संकल्प को पूर्ण करने हेतु डिजिटल इंडिया मिशन (Digital India Mission) के अंतर्गत आम जन मानस को विभिन्न सरकारी सेवाओं तथा राजस्व में स्टाम्प ड्यूटी के डिजिटल भुगतान, सिंगल विंडो सिस्टम एवं भुगतान में पारदर्शिता की सुविधा प्रदान करती हैं.
डाक विभाग की आम आदमी तक पहुंच को देखते हुए उत्तर प्रदेश में यह सुविधा प्रदान करने हेतु राजस्व विभाग ने स्टॉक होल्डिंग कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड और डाक विभाग को संयुक्त जिम्मेदारी दी है.
इस अवसर पर महापौर प्रमिला पाण्डेय ने कहा कि उन्हें बड़ी प्रसन्नता है कि कानपुर सहित 10 जिलों के डाकघरों में ई-स्टाम्प की सेवाएं शुरू हो गई है, क्योंकि डाकखाने जैसे सुविधा कहीं भी नहीं है, जो पूरे भारत में मिल रही है.
महापौर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सबसे पहली पोस्ट मास्टर उनकी ताई सरस्वती दुबे थी और तब उनकी माता ने डाकघर में पांच रूपये का खाता खुलवाया था, जिसकी पास बुक अभी भी उनके पास है.
आने वाले समय में पोस्ट ऑफिस से ई-स्टाम्प बिक्री की सुविधा गांव-गांव तक पहुंचेगी. ऐसे में स्टाम्प के लिए ग्रामीणों को शहर की दौड़ नहीं लगानी होगी. जल्द पूरे प्रदेश के सभी डाकघरों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी.
सिमर चावला