सोना क्यों इतना महंगा? पर्दे के पीछे चल रहा है ये बड़ा खेल... कमाई अंधाधुंध!

Gold Rate के आसमान पर पहुंचने और अवैध सोने की तस्करी के बढ़ते मामलों को लेकर विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि जब तक डिमांड ऊंची रहेगी और आधिकारिक आपूर्ति सीमित रहेगी, अवैध सोने की तस्करी से गतिविधियां फलती-फूलती रहेंगी.

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सोने की कीमतें बढ़ने के साथ तेजी से बढ़े तस्करी के मामले (Photo: Reuters) सोने की कीमतें बढ़ने के साथ तेजी से बढ़े तस्करी के मामले (Photo: Reuters)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 3:39 PM IST

देश में दिवाली (Diwali) की धूम है और फेस्टिव सीजन में सोने की चमक भी लगातार बढ़ रही है. हर रोज Gold Rate नए शिखर पर पहुंचते जा रहे हैं. भारत में सोने की कीमतें गुरुवार को रिकॉर्ड 128,395 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गईं, जो जनवरी से अब तक 67% की बढ़ोतरी दर्शाता है. वहीं जिस रफ्तार से सोने का भाव बढ़ रहा है, तो सोने की तस्करी के मामलों में भी जोरदार इजाफा हो रहा है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अवैध सोने की तस्करी के मामलों में जबर्दस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. सर्राफा व्यापारी भी इस बात को कबूल कर रहे हैं कि सीमित आपूर्ति के चलते इसमें इजाफा हो रहा है. 

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अधिकारी बोले- अवैध सोने की तस्करी बढ़ी
रिपोर्ट में बताया गया है कि धनतेरस और दिवाली से पहले ही घरेलू कीमतें रिकॉर्ड हाई पर हैं और इसके साथ ही पूरे भारत में सोने की तस्करी में तेजी से वृद्धि हुई है. त्योहारी सीजन पारंपरिक रूप से सोने के आभूषणों, सिक्कों और बार की डिमांड बढ़ जाती है, लेकिन बढ़ती कीमतों और सीमित आपूर्ति ने तस्करी को बढ़ावा देने का काम किया है. इस तस्करी के खेल में खूब पैसा बनाया जा रहा है. 

रॉयर्टस की मानें तो अधिकारियों ने अवैध सोने की तस्करी में तेज बढ़ोतरी की सूचना दी है, जो बीते साथ आयात शुल्क में कटौती किए जाने के बाद आई गिरावट के बिल्कुल विपरीत नजर आ रही है. सीमा शुल्क और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) समेत अन्य प्रवर्तन एजेंसियों ने हालिया हफ्तों में देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर तस्करी के बढ़ते प्रयासों को रोकते हुई कार्रवाइयां की हैं. 

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एक किलो पर 11 लाख का मुनाफा!
मुंबई के एक सर्राफा व्यापारी के मुताबिक, जैसे-जैसे सोने की कीमतें बढ़ती जा रही हैं, तस्कर ज्यादा कमाई कर रहे हैं और आकर्षक मुनाफे के इस खेल में तस्करी तेजी से बढ़ रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा बाजार स्तर पर हर एक किलोग्राम सोने की तस्करी से तस्कर अनुमानित 11.5 लाख रुपये से ज्यादा का मुनाफा कमा रहे हैं. ये आंकड़ा जुलाई 2024 में आयात शुल्क कटौती के बाद के मुनाफे से लगभग दोगुना है. घरेलू डीलर आधिकारिक कीमतों से 25 डॉलर प्रति औंस तक का प्रीमियम लगा रहे हैं, जो एक दशक से भी अधिक समय में सबसे ज्यादा है. 

घरेलू मार्केट में नई ऊंचाई पर गोल्ड
सबसे पहले बात कर लेते हैं सोने की कीमतों के बारे में, तो गुरुवार को Gold Price घरेलू मार्केट में तेज उछाल आया है. इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट IBJA.Com के मुताबिक, 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,27,471 रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई पर पहुंच गया. सर्राफा दुकानों पर सोने की खरीद करने पर 3 फीसदी जीएसटी समेत मेकिंग चार्ज के साथ ये भाव बढ़ जाता है. 

अलग-अलग क्वालिटी के गोल्ड की लेटेस्ट प्राइस पर नजर डालें, तो इनकी कीमतों में भी 999 शुद्धता वाले सोने की तरह से ही तेज इजाफा दर्ज किया गया है. धनतेरस और दिवाली से पहले हर रोज गोल्ड प्राइस रिकॉर्ड तोड़ता हुआ नजर आ रहा है. 

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क्वालिटी कीमत/10 ग्राम
24 कैरेट गोल्ड 1,27,471 रुपये/10 ग्राम
22 कैरेट गोल्ड 1,24,410 रुपये/10 ग्राम
20 कैरेट गोल्ड 1,13,450 रुपये/10 ग्राम
18 कैरेट गोल्ड 1,03,250 रुपये/10 ग्राम
14 कैरेट गोल्ड 82,220 रुपये/10 ग्राम

एमसीएक्स पर भी रफ्तार कम नहीं
घरेलू मार्केट के बाद मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमतों के बारे में बात करें, तो सप्ताह के पांचवें कारोबारी दिन शुक्रवार को 5 दिसंबर की एक्सपायरी वाले गोल्ड का रेट करीब 1700 रुपये की उछाल के साथ 1,31,699 रुपये प्रति 10 ग्राम के लाइफ टाइम हाई लेवल को छू गया. इस सप्ताह की शुरुआत यानी सोमवार से गुरुवार के बीच ही इसमें 7070 रुपये महंगा हो चुका है. बीते 13 अक्टूबर को इसका भाव 1,24,629 रुपये था.  

फेस्टिव सीजन में तस्करी का गोल्ड खपाना आसान
सीमा शुल्क के आंकड़ों पर नजर डालें, तो वित्त वर्ष 2024-25 में तस्करी के 3,005 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 2.6 मीट्रिक टन सोना जब्त किया गया. अधिकारियों का मानना ​​है कि दिवाली के दौरान सोने की खरीदारी में तेजी ने तस्करी के मामलों को और बढ़ा दिया है, क्योंकि फेस्टिव डिमांड आधिकारिक इंपोर्ट सप्लाई चेन से कहीं ज्यादा बढ़ गई है. चेन्नई के एक डीलर का कहना है कि पहले, तस्करी के सोने को बदलने में समय लगता था और जोखिम भी ज्यादा होता था. वहीं अब त्योहारों की मांग इतनी ज्यादा है कि इसे कुछ ही घंटों में बेचा जा सकता है. 

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कोलकाता के एक सर्राफा व्यापारी ने रॉयटर्स को बताया कि सीमित आपूर्ति और बैंकों के भारी शुल्क खरीदारों को ग्रे-मार्केट की ओर आकर्षित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बैंक वर्तमान गोल्ड डिमांड पूरी करने में असमर्थ हैं और हाई प्रीमियम के कारण ग्रे-मार्केट गोल्ड ज्यादा आकर्षक बन रहा है. 

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