डीएमके सांसद दयानिधि मारन अपनी एक वायरल क्लिप की वजह से विवादों में घिर गए हैं. हिंदी भाषी लोगों पर उनकी टिप्पणी से सियासी गलियारों में घमासान मचा हुआ है. इसी कड़ी में बिहार के नेता पप्पू यादव ने उनके बयान पर नाराजगी जताते हुए नसीहत दी है.
दरअसल, सांसद दयानिधि मारन ने कहा था कि यूपी और बिहार से तमिलनाडु आने वाले हिंदी भाषी निर्माण कार्य करते हैं या सड़कों और शौचालयों की सफाई करते हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि अंग्रेजी वाले आईटी कंपनियों में चले जाते हैं, जबकि हिंदी वाले छोटी-मोटी नौकरियां करते हैं.
'काम करना बंद कर दें तो हुक्का-पानी बंद हो जाएगा'
इस पर पप्पू यादव ने कहा कि बिहारी अगर तमिलनाडु में काम करना बंद कर दें तो हुक्का-पानी बंद हो जाएगा. पहले भी बिहारियों का अपमान हुआ था. उस समय तेजस्वी यादव वहां बैठकर मुलाकात कर रहे थे. बिहारियों का जो बार-बार अपमान हो रहा है, उसके लिए मौजूदा सरकार और पहले की सरकार जिम्मेदार है.
'हम लोग केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे'
पप्पू यादव ने कहा कि मार्च में हम लोग केंद्र सरकार के खिपाफ बड़ा आंदोलन करेंगे. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन करेंगे. इससे पहले मारन के बयान पर शहजाद पूनावाला ने कहा था, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, लालू यादव, कांग्रेस, सपा, अखिलेश यादव इस पर कब स्टैंड लेंगे?
उन्होंने कहा कहा, द्रमुक के एक अन्य सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार के खिलाफ इंडिया ब्लॉक की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिन्होंने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हिंदी भाषी राज्यों के खिलाफ टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया था.
पूनावाला ने राहुल और प्रियंका की भी आलोचना की
शहजाद पूनावाला ने पुरानी घटनाओं को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की भी आलोचना की. 2021 में, उस वर्ष केरल विधानसभा चुनावों से पहले, वायनाड लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जब वह उत्तर प्रदेश में अमेठी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, तो अलग प्रकार की राजनीति के आदी थे.
वहीं, 2022 में, प्रियंका गांधी वाड्रा ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का बचाव किया, जब उन्होंने कहा था कि पंजाबियों को एकजुट होना चाहिए और 'यूपी, बिहार और दिल्ली के भइयों' को राज्य पर शासन नहीं करने देना चाहिए.
सुजीत कुमार