पटना AIIMS के कार्यकारी डायरेक्टर हटाए गए, नियमों के विरुद्ध बेटे का एडमिशन कराने पर एक्शन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉ जीके पॉल को हटाए जाने से जुड़ा आदेश आज मंगलवार को जारी किया है. डॉ जीके पॉल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में तत्काल प्रभाव से रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है. डॉ जीके पॉल के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद इस साल 4 सितंबर को मंत्रालय ने एक जांच कमेटी का गठन किया था. इस जांच कमिटी ने अपनी रिपोर्ट 27 सितंबर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी थी.

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पटना एम्स के कार्यकारी डायरेक्टर डॉ जीके पॉल पर एक्शन पटना एम्स के कार्यकारी डायरेक्टर डॉ जीके पॉल पर एक्शन

शशि भूषण कुमार

  • पटना,
  • 05 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:06 PM IST

विवादों में घिरे पटना एम्स के कार्यकारी डायरेक्टर डॉक्टर जी.के पॉल को हटा दिया गया है. उनकी जगह अब देवघर एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. सौरभ वार्ष्णेय को पटना एम्स के कार्यपालक निदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. डॉ. सौरभ के पास यह प्रभार तीन माह तक या तब तक रहेगा जबतक नए निदेशक की नियुक्ति नहीं हो जाती.

दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉ जीके पॉल को हटाए जाने से जुड़ा आदेश आज मंगलवार को जारी किया है. डॉ जीके पॉल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में तत्काल प्रभाव से रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है. डॉ जीके पॉल के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद इस साल 4 सितंबर को मंत्रालय ने एक जांच कमेटी का गठन किया था. इस जांच कमिटी ने अपनी रिपोर्ट 27 सितंबर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी थी.

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बता दें कि डॉ जीके पाल पर आरोप है कि उन्होंने एम्स गोरखपुर में कार्यकारी निदेशक के प्रभार में रहते गड़बड़ी की. आरोप है कि डॉ जीके पॉल ने अपने बेटे ओरो पाल का नामांकन पीजी में माइक्रोबायोलॉजी में कराया. उन्होंने अपने बेटे का नामांकन ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के लिए आरक्षित सीट पर कराया, जिसके लिए अपने बेटे का नॉन क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र पटना के दानापुर एसडीओ कार्यालय से बनवाया.

प्रमाण पत्र में अपना स्थायी पता एम्स पटना स्थित निदेशक के आवास का दिया था. मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले डॉ जीके पाल के बेटे का प्रमाण पत्र पटना से आवंटित होने और नॉन क्रीमी लेयर के विषय पर एम्स पटना में काफी विवाद हुआ था. उनके खिलाफ एक डॉक्टर ने गलत प्रमाण पत्र देने पर पहले थाने में केस दर्ज कराया था और फिर मंत्रालय को भी शिकायत भेजी थी. इसके बाद ही ये एक्शन हुआ है.

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