Car Maintenance Tips: सही तरीके से कार का रखरखाव नहीं करने से वाहन मालिकों को खामियाजा भुगतना पड़ता है. इसके चलते कार वक्त से पहले ही पुरानी नजर आने लगती है. थोड़े-थोड़े अंतराल पर उनमें कुछ न कुछ दिक्कतें आनी शुरू हो जाती हैं. इसके चलते वाहन मालिकों को अपनी गाड़ी को सही कराने के लिए सर्विस सेंटर्स के लगातार चक्कर लगाने पड़ते हैं. कई बार पैसे बचाने की एवज में आप अपने वाहन को लोकल मैकेनिक के पास ले जाते हैं. हालांकि, यहां भी मैकेनिक किसी न किसी बहाने से आपसे पैसे वसूल ही लेता है. ऐसे में हम आपको कार मेंटेनेंस से जुड़ी कुछ बेसिक चीजें बताएंगे, जिसे अपनाने से आपको अपने वाहन को बार-बार सर्विस सेंटर नहीं ले जाना पड़ेगा.
ऑयल की क्वालिटी पर रखें ध्यान
कार के इंजन में पड़ने वाले ऑयल को हमेशा चेक करें. ऑयल डिप से ऑयल की क्वॉलिटी चेक करते रहे हैं. अगर ऑयल की क्वॉलिटी आपको खराब नजर आ रही है तो इसे तत्काल बदलवा लें. वहीं, सर्विस रिकॉर्ड से ऑयल बदलवाने का ध्यान रख सकते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक 7 से 10 हजार किलोमीटर चलने पर ऑयल को जरूर बदलवा लें.
अपने टायरों का ध्यान रखें
अपने कार की टायरों का उचित देखभाल करें. टायर में कितने प्रेशर की हवा की जरूरत है, ये पहले ही सुनिश्चित कर सकते हैं. बहुत कम या ज्यादा हवा आपके टायर की लाइफ को कम कर सकते हैं. इसके अलावा वाहन के टायरों में कम हवा दुर्घटनाओं को न्यौता देती हैं. वहीं ज्यादा हवा भी टायरों में विस्फोट होने का कारण बन सकता है.
व्हील अलाइनमेंट पर रखें नजर
आपका टायर ज्यादा घिस गया है तो उसे बदलवा लें. इससे दुर्घटना होने के जोखिम में भारी कमी आएगी. इसके अलावा आप अपने वाहन के व्हील अलाइमेंट पर भी नजर रखें. हाई स्पीड में स्टीयरिंग व्हील में जर्क या वाइब्रेशन आ रहा है तो आपको व्हील अलाइनमेंट की जरूरत है. समय पर इसे सही करा लेने से आगे भारी खर्चों से आप बच जाएंगे.
फिल्टर पर ध्यान दें
कार में दो फिल्टर होते हैं. एक केबिन फिल्टर और एक इंजन फिल्टर. ये दो एयर फिल्टर आपके इंजन के माध्यम से गाड़ी की हवा को साफ करते हैं. एयर फिल्टर को लगातार चेक करते रहें. ध्यान दें कि फिल्टर हद से ज्यादा गंदा तो नहीं हो गया है. अगर फिल्टर में काफी गंदगी या कचरा नजर आ रहा है तो तत्काल इसे बदलाव लें.
बैटरी की स्थिति पर नजर रखें
कार के बैटरी की उम्र जैसे ही बढ़ती है तो उसकी चार्जिंग कैपेसिटी कम होने लगती है. यह बेहद जल्दी डिस्चार्ज होना शुरू हो जाती है. ऐसे में बैटरी चार्जिंग टेस्ट करना शुरू करें. इसकी स्थिति को समय-समय पर चेक करते रहें. सुनिश्चित रखें कि बैटरी साफ और जंग-मुक्त रहे.
ब्रेक, एक्सीलेरेटर्स, पैडल को नियमित चेक करते रहें
अपने ब्रेक, एक्सीलेरेटर्स, पैडल और ड्रम सिस्टम को नियमित चेक करते रहे. ध्यान दें कि इनमें किसी भी तरह की दिक्कत महसूस तो नहीं हो रही है. अगर इन स्थितियों को आप इग्नोर करते हैं तो आगे चलकर आपके जेब पर भारी खर्च पड़ सकता है.
हीटिंग, वेंटिलेटिंग और ए/सी सिस्टम की जांच करें
हीटिंग, वेंटिलेटिंग और ए/सी सिस्टम की नियमित जांच करें. अगर इनमें किसी भी तरह की दिक्कत आ रही है तो इसे इग्नोर करने पर आगे चलकर आपको भारी दिक्कत हो सकती है.
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