चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने हाल ही में एक इंटरव्यू में चीन के व्यापार वार्ताकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने चीनी अधिकारी ली चेंगगांग का नाम लेते हुए कहा कि वो बिना किसी बुलाए के अमेरिका पहुंच गए और उन्होंने किसी सनकी जैसा व्यवहार किया. अंतरराष्ट्रीय राजनीति में किसी अधिकारी को नाम लेकर टार्गेट करना बेहद दुर्लभ माना जाता है और बेसेंट का ऐसा करना दिखाता है कि अमेरिका-चीन का तनाव कितना अधिक बढ़ चुका है.
दुर्लभ खनिजों (रेयर अर्थ मेटल्स) के निर्यात पर बैन लगाने को लेकर अमेरिका चीन पर भड़का हुआ है. अमेरिकी वित्त मंत्री ने चीन के इस कदम की आलोचना करते हुए सख्त लहजे में कहा कि अब हालात 'चीन बनाम पूरी दुनिया' जैसे हो गए हैं.
स्कॉट बेसेंट का यह बयान अमेरिका और चीन के बीच तेज होते ट्रेड वॉर के बीच आया है. चीन के रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात पर प्रतिबंध के जवाब में अमेरिका ने भी टैरिफ बढ़ाने की धमकी दे दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले सामान पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है.
चीनी अधिकारी ली चेंगगांग को अप्रैल में चीन का वाणिज्य और व्यापार उपमंत्री और व्यापार दूत नियुक्त किया गया था. यह नियुक्ति अमेरिका के 2 अगस्त को घोषित 'लिबरेशन डे' टैरिफ की घोषणा के कुछ दिन बाद हुई थी.
अगस्त में ली चेंगगांग अमेरिका पहुंचे और अमेरिकी वाणिज्य एवं व्यापार अधिकारियों से मुलाकात की थी. यह दौरा दोनों देशों के बीच 10 नवंबर की समयसीमा से पहले एक बड़े व्यापार समझौते पर बातचीत के दौरान हुआ था. अमेरिका ने चीन पर 145% का टैरिफ लगाया है जिसके लागू होने की समयसीमा 10 नवंबर है.
बेसेंट ने दावा किया कि ली की यह यात्रा ट्रंप प्रशासन के अनुरोध पर नहीं हुई थी. उन्होंने कहा, 'चीन की ट्रेड टीम में एक निचले स्तर का अधिकारी है सनकी जैसी हरकत करता है- उसका नाम ली चेंगगांग है.'
बेसेंट ने आगे कहा, 'अगस्त में ली चेंगगांग ने धमकी दी थी कि अगर अमेरिका चीनी जहाजों पर अतिरिक्त फीस लगाएगा तो वो वैश्विक अर्थव्यवस्था को अराजकता में झोंक देंगे. अब यह चीन बनाम पूरी दुनिया की स्थिति है.' 14 अक्टूबर से दोनों देशों ने एक-दूसरे के मालवाहक जहाजों पर पोर्ट फीस बढ़ा दी है.
अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमेसी में किसी वार्ताकार को नाम लेकर सार्वजनिक रूप से निशाना बनाना बहुत दुर्लभ माना जाता है. इससे पता चलता है कि अमेरिका का चीन को लेकर धीरज खत्म हो रहा है.
बेसेंट ने कहा, 'शायद वो (ली चेंगगांग) खुद को वुल्फ वॉरियर (Wolf Warrior) समझते हैं.' ‘वुल्फ वॉरियर’ डिप्लोमेसी एक आक्रामक स्टाइल को दिखाता है, जिसे चीनी राजनयिकों ने पिछले दशक में अपनाया है. इस शब्द को 2015 की चीनी फिल्म Wolf Warrior से प्रेरणा मिली थी. यह फिल्म अत्यधिक चीनी राष्ट्रवादी लहजे में बनी थी.
ली चेंगगांग एक सख्त लेकिन धैर्यशील वार्ताकार के रूप में जाने जाते हैं और वो पहले चीन के विश्व व्यापार संगठन में दूत रह चुके हैं.
इसी के साथ ही अमेरिकी व्यापार प्रमुख ने उम्मीद जताई कि चीन दुर्लभ खनिजों पर लगाए गए अपने प्रतिबंधों को वापस ले लेगा.
बेसेंट ने कहा, 'मुझे लगता है कि हालात शांत हो सकते हैं. हमारे पास ऐसे साधन हैं जो चीन के रेयर अर्थ एक्सपोर्ट कंट्रोल से ज्यादा ताकतवर हैं… अगर चीन दुनिया का अविश्वसनीय साझेदार बनना चाहता है, तो दुनिया को भी उससे अलग होना पड़ेगा.'
हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव 29 अक्टूबर को ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की निर्धारित बैठक को प्रभावित नहीं करेगा.