अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को मांस पैकिंग कंपनियों पर सांठगांठ कर बीफ की कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाते हुए न्याय विभाग से तत्काल जांच शुरू करने आदेश दिया है. इस महान्यायवादी पाम बॉन्डी ने एक्स पर पोस्ट कर पुष्टि की कि जांच पहले से ही शुरू हो चुकी है.
ट्रंप ने शुक्रवार को ट्रुथ सोशल पर पोस्ट में बिना कंपनियों का नाम लिए कहा, 'मैंने DOJ से मांस पैकिंग कंपनियों पर तत्काल जांच शुरू करने को कहा है जो अवैध साठगांठ, मूल्य निर्धारण और हेरफेर के जरिए गोमांस की कीमतें बढ़ा रही हैं.'
उन्होंने कंपनियों का नाम नहीं लिया, लेकिन जोर दिया कि अमेरिकी रैंचरों को दोष दिया जा रहा है, जबकि ज्यादातर विदेशी स्वामित्व वाली ये कंपनियां कीमतें कृत्रिम रूप से बढ़ा रही हैं और देश की खाद्य आपूर्ति की सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं.
बाजार में मीट की मांग ज्यादा
दरअसल, चरागाह भूमि के सूखने और मवेशियों के चारा खर्च बढ़ने के कारण 2025 में गोमांस की कीमतों में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं. नतीजतन, पशुपालकों ने देश के मवेशियों की संख्या लगभग 75 वर्षों में सबसे कम कर दी, जिससे स्टेक और हैमबर्गर मीट का उत्पादन कम हो गया है. लेकिन ऊंची कीमतों के बावजूद बाजार में मीट की भारी मांग है.
मवेशियों की कीमतें गिरी
ट्रंप ने एक अन्य पोस्ट में कहा, 'मवेशियों की कीमतें काफी गिर गई हैं, लेकिन पैकेज्ड बीफ की कीमतें बढ़ रही हैं इसमें कुछ तो गड़बड़ है.'
रैंचर लंबे वक्त से मांस पैकिंग उद्योग में एकीकरण की शिकायत करते रहे हैं. टायसन (TSN.N), कारगिल, JBS और नेशनल बीफ पैकिंग कंपनी मिलकर बाजार का लगभग 80% नियंत्रित करती हैं. JBS ब्राजील की है, जबकि नेशनल बीफ में ब्राजील की मार्फ्रिग का नियंत्रण है. इन चारों कंपनियों के प्रवक्ताओं ने टिप्पणी के अनुरोधों का तत्काल जवाब नहीं दिया.
टाइसन (Tyson), कारगिल (Cargill) और जेबीएस (JBS) पर आपूर्ति को सीमित करके अमेरिकी बीफ की कीमतों को बढ़ाने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए दायर मुकदमों का निपटान करने के लिए इन कंपनियों ने पहले ही करोड़ों डॉलर का भुगतान किया है. हालांकि, इन कंपनियों ने हमेशा गलत काम से इनकार किया है.
अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने कहा कि कृषि सचिव ब्रुक रोलिंस और DOJ के एंटीट्रस्ट डिवीजन का नेतृत्व करने वाली सहायक अटॉर्नी जनरल गेल स्लेटर इस जांच पर एक साथ काम कर रहे हैं.
रोलिंस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'हमें पारदर्शिता, जवाबदेही और एक निष्पक्ष बाजार की आवश्यकता है जो उन लोगों को पुरस्कृत करे जो वास्तव में हमारे गोमांस को पालते और उत्पादित करते हैं- न कि उन कॉर्पोरेट बिचौलियों को जो सिस्टम से खेलते हैं.'