रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ईस्टर के मौके पर एक दिवसीय सीजफायर का ऐलान किया था. हालांकि, इस सीजफायर की अवधि में रूस और यूक्रेन ने एक-दूसरे पर अनगिनत हमलों का आरोप लगाया है. क्रेमलिन ने कहा कि अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई में सीजफायर का कोई आदेश नहीं था.
ज़ेलेंस्की ने सोमवार को बताया कि यूक्रेनी सेना ने सीजफायर के दौरान रूस की ओर से लगभग 3,000 हमलों की जानकारी दी है. इन हमलों के बाद हमने अपनी सेना को रूस पर जवाबी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी गोलाबारी और हमले की सबसे बड़ी घटनाएं युद्धग्रस्त पूर्वी शहर पोक्रोवस्क के निकट अग्रिम मोर्चे पर हुईं.
'रूसी हमलों से बचाने के लिए होंगे हमारे हमले'
जेलेंस्की ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर एक पोस्ट में कहा, 'हम सीजफायर का जवाब सीजफायर से देंगे, हमारे हमले रूसी हमलों से बचाने के लिए होंगे.'
दरअसाल, पुतिन ने ईस्टर को ध्यान में रखते हुए शनिवार को आदेश दिया था कि रविवार मध्यरात्रि तक अग्रिम मोर्चे पर सभी सैन्य गतिविधियां रोक दी जाएं, लेकिन उन्होंने इसे आगे बढ़ाने का आदेश नहीं दिया.
वहीं, रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार जब क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव से पूछा गया कि क्या सीजफायर को आगे बढ़ाया जा सकता है तो उन्होंने कहा, 'उनके पास ऐसा कोई अन्य आदेश नहीं था.'
यूक्रेन ने जारी किया अलर्ट
रविवार को यूक्रेन की ओर से लोगों को हवाई हमले की कोई चेतावनी नहीं थी, लेकिन सोमवार को आधी रात के तुरंत बाद यूक्रेनी एयरफोर्स ने देश के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किया, जिसमें मिसाइल और ड्रोन हमलों की चेतावनी दी गई.
ज़ेलेंस्की ने कहा कि यदि रूस सहमत नहीं होता है तो ये इस बात का सबूत होगा कि वह केवल वही काम करना जारी रखेगा जो इंसानों के जीवन को नष्ट करते हैं और युद्ध को लंबा खींचते हैं.
इसके इतर पुतिन द्वारा ईस्टर के मौके पर सीजफायर के ऐलान के बाद वाशिंगटन ने कहा कि वह सीजफायर की अवधि बढ़ाए जाने का स्वागत करेगा और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कई बार दोहराया कि यूक्रेन युद्ध के दौरान 30 दिनों तक हमले रोकने को तैयार है.