पिछले 11 महीने में तीसरी बार चीन पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जैसा बनकर देश के 500 भ्रष्ट व्यक्तियों को जेल भेजना चाहते हैं. अपनी दो दिवसीय चीन यात्रा के दौरान बीजिंग में चाइना काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि मैंने चीन से भ्रष्टाचार से निपटने का सलीका सीखा है.
पीएम इमरान खान ने कहा, 'चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का सबसे बड़ा धर्मयुद्ध भ्रष्टाचार के खिलाफ है. मैंने सुना था कि पिछले पांच सालों में चीन के करीब 400 मंत्री स्तर के लोगों को भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराया गया और जेल में डाल दिया गया. मैं चाहता हूं कि राष्ट्रपति शी की ही तरह पाकिस्तान के 500 भ्रष्ट लोगों को जेल में डाल दूं.'
चीन से सीखने की जरुरतः इमरान
उन्होंने कहा कि किसी देश में निवेश के लिए भ्रष्टाचार सबसे बड़ी बाधा होती है. पाकिस्तान के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि हम चीन से सीखें कि कैसे इस देश ने अपने यहां से गरीबी को दूर किया. हमारे लिए यह सबसे अहम चीज यह है कि किस तरह चीन ने 30 सालों में 70 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर किया.
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चीन के अपने तीसरे आधिकारिक दौरे के तहत मंगलवार को बीजिंग पहुंच गए. इमरान यहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अपने समकक्ष ली क्यांग के साथ क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे.
Prime Minister Imran Khan arrives at China Council for Promotion of International Trade (CCPIT)
Ms. Gao Yan, Chairperson CCPIT received the Prime Minister. pic.twitter.com/3Nd0SxZKRe
— PTI (@PTIofficial) October 8, 2019
इमरान की 11 महीने में तीसरी चीन यात्रा
पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान की यह तीसरी चीन यात्रा है. इससे पहले वे इसी साल अप्रैल में दूसरी बेल्ट एंड रोड फोरम में शामिल होने और चीन के नेतृत्व से सीपीईसी के विस्तार पर चर्चा करने के लिए गए थे. उनकी पहली आधिकारिक चीन यात्रा पिछले साल नवंबर में हुई थी.
कई समझौतों पर होंगे करार
पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के बीजिंग पहुंचने पर उनका स्वागत चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्री लुओ शुगांग के साथ-साथ चीन में पाकिस्तान के राजदूत नग्मना हाशमी और अन्य अधिकारियों ने किया. इमरान खान के साथ पहुंचे उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडलमें विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, योजना, विकास और सुधार मंत्री खुसरो बख्तियार, निवेश बोर्ड (बीओआई) के चेयरमैन जुबैर गिलानी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं.
इमरान खान के सम्मान में शी जिनपिंग और ली क्यांग अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करेंगे. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की बैठक के दौरान कई समझौतों और ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. इमरान खान चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर (सीपीईसी) की परियोजनाओं के विस्तार और कृषि, उद्योग और सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा करेंगे.
पिछले सप्ताह इमरान ने कहा था कि सीपीईसी की सभी बाधाओं को हटाना और परियोजनाओं को समय से पूरा करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. दोनों पक्ष चीन-पाकिस्तान फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) के दूसरे चरण को तत्काल लागू करने पर चर्चा करेंगे.