अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर हो गया है. उनका यह कैंसर हड्डियों तक फैल चुका है. इसका मतलब है कि कैंसर को अब ठीक नहीं किया जा सकता. लेकिन इलाज के लिए इसे कुछ साल तक नियंत्रित किया जा सकता है.
नॉर्थवेस्टर्न हेल्थ नेटवर्क के कैंसर प्रोग्रम के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. क्रिस जॉर्ज का कहना है कि प्रोस्टेट कैंसर जब हड्डियों तक फैल जाता है तो उसाक इलाज संभव नहीं हो पाता लेकिन इसे कुछ साल के लिए नियंत्रित किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि जब कैंसर हड्डियों तक फैल जाता है तो इसका मतलब है कि यह स्टेज 4 का कैंसर है. इसका मतलब है कि कैंसर का इलाज संभव नहीं है. ऐसा कोई इलाज नहीं है, जो इसे ठीक कर सके. लेकिन आप इसे कुछ साल तक कंट्रोल कर सकते हैं. दो या तीन साल इसे कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन कुछ भाग्यशाली मरीज चार, पांच, यह या इससे ज्यादा समय तक कंट्रोल कर सकते हैं.
जारी बयान के मुताबिक, 82 साल के बाइडेन को कुछ समय से पेशाब करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. डॉक्टर का रुख करने पर प्रोस्टेट कैंसर का पता चला. इलाज के लिए उपलब्ध विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.
ओरलैंडो हेल्थ मेडिकल ग्रुप की यूरोलॉजिस्ट डॉ. जैमिन ब्रह्मभट्ट ने कहा कि बाइडेन की एंड्रोजेन थेरेपी हो सकती है. जिन मरीजों में प्रोस्टेट कैंसर का पता चलता है, उनमें से अधिकतर का इलाज डायग्नोसिस के साथ ही शुरू हो जाता है. इस तरह एंड्रोजन डिप्रिवेशन थेरेपी के साथ इलाज शुरू होती है जो एक तरह से हार्मोन कास्ट्रेशन की तरह है. इससे कैंसर को धीमा करने की कोशिश की जाती है.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बाइडेन की शारीरिक और मानसिक स्थिति काफी चर्चा में रही थी. शारीरिक दिक्कतों की वजह से बाइडेन राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हट गए थे और उनकी जगह कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से खड़ी हुई थी.