Israel-Iran Conflict LIVE Updates: ईरान और इजरायल (Iran-Israel Tensions) के बीच लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है और दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात हैं. ईरान ने इजरायल पर एक बार फिर से मिसाइल अटैक शुरू किया है. ईरान मिलिट्री ने कहा, "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III आधिकारिक तौर पर अपने अगले चरण में प्रवेश कर गया है. हम पश्चिम एशिया और पूरी दुनिया में नरसंहार करने और आतंक फैलाने की ज़ायोनी शासन की क्षमता को व्यवस्थित रूप से खत्म कर रहे हैं."
ईरानी समाचार एजेंसी IRINN की रिपोर्ट के मुताबिक, तबरीज़ और इस्फ़हान में भी एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव किया गया है, क्योंकि वे इज़रायली हमले की चपेट में हैं. वहीं, इराक ने अमेरिका से गुजारिश की है कि वह इजरायली विमानों को ईरान पर हमला करने के लिए ईराकी एयरस्पेस का उपयोग करने से रोके. इसके अलावा, जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने ईरान पर इजरायल के हमलों की निंदा करते हुए इसे 'पूरी तरह अस्वीकार्य' बताया है.
ईरान ने कहा कि इजरायली हमले के बाद दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र में उत्पादन आंशिक रूप से निलंबित कर दिया गया है.ईरान पर लगातार हमले जारी रखने का संकल्प लेते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि इजरायल ईरानी शासन के हर स्थल और लक्ष्य पर हमला करेगा. नेतन्याहू ने एक वीडियो मैसेज में नागरिकों से कहा, "आप तेहरान के आसमान पर इजरायली वायु सेना के विमान देखेंगे." उनका यह बयान इजरायल द्वारा ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के तहत हवाई हमले शुरू करने के बाद आया, जिसमें नतांज, इस्फ़हान और तेहरान सहित शहरों में ईरान के परमाणु और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया.
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मिसाइलों की बारिश के बीच दुनिया सहमी, ईरान-इजरायल टकराव से जुड़ी पल-पल की जानकारी यहां पढ़ें
ईरान-इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर बात की है. इस दौरान दोनों नेताओं ने संघर्ष की वजह से मध्य पूर्व में गहराते संकट पर विचार-विमर्श किया है. आइए जानते हैं कि क्या यूक्रेन से युद्ध लड़ रहे पुतिन इजरायल-ईरान जंग में शांतिदूत बनेंगे! यहां क्लिक कर आप पूरी खबर को पढ़ सकते हैं - ट्रंप-पुतिन की बीच बातचीत
ईरान-इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष से न केवल मध्य पूर्व में बल्कि पूरी दुनिया में संकट गहराता जा रहा है. बीते सप्ताह संघर्ष का असर भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजार में देखना को मिला. आइए जानते हैं कि अगर संघर्ष जारी रहा तो शेयर बाजार पर क्या असर रह सकता है. यहां क्लिक कर पढ़ें - ये तीन बड़े फैक्टर दिखाएंगे असर
ईरान की ओर से किए हमलों में इजरायल के हाइफा स्थित ऑयल रिफाइनरीज लिमिटेड (ओआरएल.टीए) की पाइपलाइनों और ट्रांसमिशन लाइनों को नुकसान पहुंचा है. कंपनी ने यह जानकारी दी है.
हमले वाली जगह पर किसी की हताहत होने की सूचना नहीं है. कंपनी ने बताया है कि मुख्य रिफाइनिंग सुविधाएं सुरक्षित हैं और ऑपरेशन जारी है. हालांकि कुछ डाउनस्ट्रीम गतिविधियां अस्थायी तौर पर बंद कर दी गई हैं.
इजरायल की सेना ने चेतावनी देते हुए ईरान को कहा है कि वह हथियार फैक्ट्रियों से लोगों को हटा दें. सेना की ये चेतावनी संकेत दे रहे हैं कि अब वह ईरान के हथियार फैक्ट्रियों पर हमला कर सकता है.
इनपुट: AP
इजरायल की अखबार द यरुशलम पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने ओमान और कतर से मदद की गुहार लगाई कि वह अमेरिका से मध्यस्थता की बात करें. ताकि इजरायल हमले करना रोक दे. परमाणु बातचीत को फिर से शुरू किया जा सके. आप पूरी खबर को यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं - घुटनों पर ईरान, नेतन्याहू से लगाई युद्धविराम की गुहार
ईरान की ओर से बीती रात किए गए मिसाइल हमलों से इजरायल की राजधानी तेल अवीव के पास कई मकान जमींदोज हो गए. इजरायली सैनिक और राहत बचाव दल के लोग इमारतों के मलबे को हटा रहे हैं ताकि अगर कोई जिंदा बचा है तो उन्हें बचाया जा सके.
(फोटो क्रेडिट-AP)
ईरान और इजरायल के बीच बीते दो से तीन दिनों के बीच शुरू हुए संघर्ष से मध्य पूर्व में संकट गहराता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि मिसाइल हमलों में अमेरिका का हाथ नहीं है. उन्होंने ईरान को धमकी भी दी कि अगर वह किसी प्रकार से अमेरिका पर हमला करता है तो माकूल जवाब दिया जाएगा. आइए जानते हैं कि अमेरिका अगर ईरान-इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में सीधे तौर से जुड़ता है तो क्या होगा. यहां क्लिक कर पढ़ें - तो मचेगी भीषण तबाही!
ईरान की ओर से शनिवार रात को इजरायल के बैट याम शहर में मिसाइल से किए गए हमले में मृतकों की संख्या चार से बढ़कर छह हो गई है. दो ओर शवों को इमारत के मलबे से निकाला गया है. अभी भी करीब दो दर्जन लोगों की मलबे में फंस होने की आशंका जताई जा रही है. लोगों को राहत प्रदान के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. यह शहर राजधानी तेल अवीव से दक्षिण में स्थित है. यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी है.
इजरायली सेना ने बताया है कि रविवार को उनके रक्षा प्रणाली ने देश के उत्तरी भाग में प्रक्षेपित किए गए सात ड्रोन को रोका है.
सेना ने एक बयान में कहा कि पिछले एक घंटे में इरजरायी क्षेत्र में प्रक्षेपित किए गए सात यूएवी को वायुसेना और नौसेना ने सफलतापूर्वक रोका है. हालांकि, सेना की ओर से यह नहीं बताया गया कि किस क्षेत्र में ड्रोनों को प्रक्षेपित किया.
इनपुट: एएफपी
यमन के ईरान समर्थित हूथी विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान के साथ मिलकर बीते 24 घंटे में कई बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल को निशाना बनाया है.
इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने बताया है कि रविवार की सुबह को उसने पश्चिमी ईरान में स्थित मिसाइल भंडारण केंद्रों और लॉन्चिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमलों की एक और सीरीज को पूरा कर लिया है. यह कार्रवाई एक घंटे के भीतर की गई.
गुरुवार-शुक्रवार की रात से ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष शुरू हुआ. दोनों ही देश एक दूसरे पर मिसाइलों से अटैक कर रहे हैं. आइए जानते हैं कि अब तक किसे कितना नुकसान हुआ है. आप यहां क्लिक पढ़ सकते हैं -
ईरान की ओर से शनिवार रात को इजरायल के बैट याम शहर में मिसाइल से हमला किया गया. इस हमले में कई इमारतें जमींदोज हो गईं. ईरानी मिसाइल हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. शहर के मेयर ने ये जानकारी दी है. मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
इनपुट: रायटर्स
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को रविवार को सीधे तौर पर चेतावनी दी है. ट्रंप ने कहा है कि ईरान-इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष को एक समझौते के जरिए आसानी से खत्म किया जा सकता है. ईरान-इजरायल के संघर्ष में अमेरिका का कोई हाथ नहीं है. अगर ईरान किसी भी रूप, आकार या माध्यम से अमेरिका पर हमला करने की कोशिश करता है तो उसे ऐसा जवाब मिलेगा जो पहले कभी नहीं देखा होगा. ट्रंप के पूरे बयान को आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं - ईरान को ट्रंप ने कड़े शब्दों में चेताया
गाजा पट्टी में संघर्ष के दौरान 21 साल के एक इजरायली सैनिक नोआम शेमेश की मौत हो गई है. गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से खान यूनिस में शनिवार को एक हमले में जवान की मौत हुई है. इजरायली सेना की शुरुआती जांच के अनुसार, शेमेश की मौत RPG (रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड) हमले में हुई. बता दें कि ईरान पर हवाई हमले की शुरुआत करने से पहले बीते दो साल के अधिक समय से इजरायल हमास से जंग लड़ रहा है.
(इनपुट: द टाइम्स ऑफ इजरायल)
इजरायल के हवाई हमले में ईरान के बुशेहर प्रांत के कंगान शहर में स्थित साउथ पार्स गैस फील्ड की एक रिफाइनरी पर आग लग गई. ईरान की सरकारी प्रसारण एजेंसी (IRIB) ने इसकी तस्वीर साझा की है.
(फोटो क्रेडिट: आईआरआईबी वाया एपी)
इजरायल ने रविवार सुबह को बाट याम शहर को 'हाई-कैजुअल्टी एरिया' घोषित कर दिया है. इलाके में इमारतों के मलबे के नीचे फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष बचाव दल भेजे गए हैं.
(इनपुट: इस्रायली समाचार चैनल Channel 12)
अमेरिका के सबसे बड़े मुस्लिम संगठनों के समूह यूएस काउंसिल ऑफ मुस्लिम ऑर्गनाइजेशन्स (USCMO) ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की है कि वह अमेरिका को ईरान-इजरायल संघर्ष से दूर रखें. इस संघर्ष का समर्थन न करें. संगठन ने कहा है कि यह संघर्ष पूरी दुनिया के लिए खतरा है, ऐसे में अमेरिका को इसमें न झोंकें.
इजरायल की ओर से बीती रात किए गए हवाई हमले में 29 बच्चों सहित 60 लोगों की मौत हो गई है. दो दिनों में ईरान में इजरायली हमलों से कुल 78 मौतें हो चुकी हैं.
ईरानी अधिकारियों ने बताया है कि इजरायल के द्वारा जा रहे हवाई हमलों से ईरान के 31 में से 18 प्रांत प्रभावित हुए हैं.
ईरान की ओर से उत्तरी इजरायल पर बीती रात मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले किए गए. जिससे हमले में मारने वालों का आंकड़ा 7 तक पहुंच गया, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है. स्थानीय पुलिस ने इन मौतों की पुष्टि की है. मध्य इजराइल के क्षेत्रों में अब तक ईरान से किए गए हमले में 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
(इनपुट: सीएनएन)
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण इंटर मिलान के स्ट्राइकर मेहदी तरेमी तेहरान में फंसे हुए हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि वह FIFA क्लब वर्ल्ड कप की शुरुआत में अपनी टीम के साथ नहीं जुड़ सकेंगे.
(इनपुट: एएफपी वाया अलजजीरा)
ईरान ने बीती रात इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलों से हमला किया. कई मिसाइलों को इजरायल की सुरक्षा प्रणाली इंटरसेप्ट नहीं कर सकी. नतीजतन कई मिसाइल रिहायशी इलाकों में जा गिरी. तस्वीरों में देखें ईरान के हमले से इजरायल में मचा कैसा कहर.
(फोटो क्रेडिट: रायटर्स)
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान के रक्षा मंत्रालय मुख्यालय और 'परमाणु हथियार परियोजना' से जुड़े ठिकानों पर हमला किया है.
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कहा है कि ईरान निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने और परमाणु हथियारों की दिशा में बढ़ रहा है तो हमारे पास उनके खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है. आईडीएफ इजरायल की रक्षा करने और एक ऐसा खतरे को जिसे दुनिया नजरअंदाज़ नहीं कर सकती उसके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है.
ईरान ने रविवार तड़के इजरायल पर मिसाइलों की बौछार कर दी है. इजरायल के कई हिस्सों में सायरन गूंज उठे. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पुष्टि की है कि ईरान ने कई मिसाइलें तेहरान की ओर दागी हैं. ईरान की मिसाइलों को हमारा डिफेंस सिस्टम इंटरसेप्ट कर रहा है. आईडीएफ ने उत्तर और मध्य इजरायल के निवासियों को शेल्टर में रहने की सलाह दी है.
इजरायल ने ईरान में शनिवार रात को भीषण बमबारी की. इजरायल के मिसाइलों ने राजधानी तेहरान के उत्तर पश्चिम में स्थित शाहरान शहर में तेल डिपो को स्ट्राइक किया, जिसके बाद भीषण आग लग गई. तस्वीरें में देखिए, आग का काला गुब्बारा कैसे पूरे शहर में छाया हुआ है.
(फोटो क्रेडिट: एएफपी)
रविवार (15 जून) को इजरायली आपातकालीन सेवा देने वाले कर्मचारियों ने एक घर का सर्वे किया, जिसके बारे में इजरायली मीडिया ने बताया कि ईरानी मिसाइल से हमला किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप एक महिला की मौत हो गई.
इजरायल की एम्बुलेंस सर्विस ने कहा कि उत्तरी इजरायल में एक घर के पास पहले हुए मिसाइल हमले में तीन महिलाओं की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए. एम्बुलेंस सर्विस ने कहा कि उत्तरी इलाके में अन्य जगहों पर छर्रे लगने से दो लोगों को मामूली चोटें आईं.
इजरायल की सेना ने कहा कि शनिवार (14 जून) की देर रात ईरान से इजरायल की ओर और मिसाइलें दागी गईं और वह उन्हें रोकने के लिए काम कर रही है. उसने यह भी कहा कि वह तेहरान में सैन्य ठिकानों पर हमला कर रही है. शनिवार की देर रात यरूशलेम के ऊपर रात के आसमान में कई प्रोजेक्टाइल्स दिखाई दिए. शहर में हवाई हमले के सायरन नहीं बजे, लेकिन उत्तरी इजरायली शहर हाइफा में सुनाई दिए.
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों ने इजरायल के ऊर्जा ढांचे और लड़ाकू जेट ईंधन उत्पादन सुविधाओं को निशाना बनाया. इसने चेतावनी दी कि अगर इजरायल अपनी दुश्मनी बढ़ाता है, तो तेहरान के हमले और ज्यादा घातक होंगे.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद (MP) असदुद्दीन ओवैसी ने भारत सरकार और तेलंगाना राज्य प्रशासन से ईरान और इराक में फंसे भारतीय नागरिकों को तत्काल निकालने की तत्काल अपील की है. सोशल मीडिया पोस्ट में ओवैसी ने खुलासा किया कि तेहरान विश्वविद्यालय के 140 मेडिकल छात्रों सहित 1,595 भारतीय छात्र मौजूदा वक्त में ईरान में फंसे हुए हैं.
उन्होंने इराक में फंसे 183 भारतीय तीर्थयात्रियों की दुर्दशा का भी जिक्र किया. ओवैसी ने पुष्टि की है कि उन्होंने पहले ही विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पीएआई) आनंद प्रकाश से संपर्क किया है और फंसे हुए लोगों के बारे में जानकारी साझा की है. अब सरकार की त्वरित कार्रवाई महत्वपूर्ण है.
ओवैसी ने पोस्ट किया, "मैं विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से इसे एक आपात स्थिति के रूप में लेने और एक तत्काल निकासी योजना का समन्वय करने की गुजारिश करता हूं. मैं तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय से यह सुनिश्चित करने का भी गुजारिश करता हूं कि तेलंगाना के छात्रों और तीर्थयात्रियों को सुरक्षित वापस लाया जाए."
इज़रायली मीडिया के मुताबिक, ईरान ने करीब 50 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. बेन गुरियन एयरपोर्ट और तेल अवीव के पूर्वी इलाकों में विस्फोट हुए. IDF ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि इस वक्त लाखों इजरायली देश के तमाम शहरों और समुदायों में सायरन बजने की वजह से बचने के लिए भाग रहे हैं.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा, "तेहरान में ईरानी परमाणु हथियार परियोजना के बुनियादी ढांचे और ईंधन भंडारण सुविधाओं पर बड़े पैमाने पर हमले किए हैं. खुफिया शाखा के खुफिया मार्गदर्शन में वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने ईरानी परमाणु हथियार परियोजना के कई टारगेट्स के खिलाफ तेहरान में बड़े हमले किए, जिनमें ईरानी रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय, परमाणु परियोजना के स्पैन्ड का मुख्यालय और अन्य टारगेट्स शामिल हैं."
उन्होंने आगे कहा कि ये टारगेट्स परमाणु हथियार बनाने की कोशिश को आगे बढ़ाते हैं, जिसमें ईरानी शासन ने अपने परमाणु संग्रह को छिपा रखा है.
अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों को तुरंत ईरान छोड़ने के लिए सुरक्षा चेतावनी जारी की है. यूएस वर्चुअल एंबेसी ईरान ने बयान जारी करते हुए कहा, "अमेरिकी नागरिकों को किसी भी कारण से ईरान की यात्रा नहीं करनी चाहिए और अगर वे वहां हैं तो उन्हें तुरंत ईरान छोड़ देना चाहिए. जो अमेरिकी नागरिक ईरान छोड़ने में असमर्थ हैं, उन्हें लंबे वक्त तक आश्रय में रहने के लिए तैयार रहना चाहिए. बढ़ते क्षेत्रीय तनाव की वजह से ईरान में अमेरिकी नागरिकों को गंभीर और बढ़ते खतरों का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिकी सरकार के ईरान के साथ कोई राजनयिक या वाणिज्य दूतावास संबंध नहीं हैं. स्विस सरकार, तेहरान में अपने दूतावास के जरिए कार्य करते हुए, ईरान में अमेरिका के हितों की रक्षा करने वाली शक्ति के रूप में कार्य करती है."
Tasnim न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इजरायल ने तेहरान में ईरान के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय को निशाना बनाया है.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई, क्योंकि इजरायल और ईरान ने देर रात एक-दूसरे पर नए हमले शुरू कर दिए. इजरायल द्वारा ईरान के खिलाफ जंग छेड़ते हुए दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र पर हमला करने के बाद बड़े संघर्ष की आशंका बढ़ गई है. इजरायली मीडिया ने बताया कि ईरान के हमले में एक इजरायली नागरिक की मौत हो गई है.
(इनपुट- रॉयटर्स)
ईरान ने कहा कि इजरायली हमले में तेहरान के तेल डिपो को निशाना बनाया गया. डिपो को निशाना बनाए जाने के बाद मौके पर आग लग गई.
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार के साथ फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि चीन, ईरान पर इजरायल के सैन्य हमलों का साफ तौर से विरोध करता है, खासकर तब जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय अभी भी ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर विवाद का राजनीतिक समाधान तलाश रहा है. वांग ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई अस्वीकार्य है.
उन्होंने आगे कहा कि चीन ने हमेशा यह माना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय विवादों को बातचीत और परामर्श के माध्यम से हल किया जाना चाहिए, बल प्रयोग और प्रतिबंधों का विरोध करते हुए, उन्होंने कॉल के दौरान वर्तमान स्थिति और उसके आधिकारिक रुख पर इजरायल के दृष्टिकोण को सुनने के बाद कहा.
ईरानी मिसाइल हमले से इजरायल में 1 महिला की मौत और 13 लोग घायल हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, एक ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल ने हाइफा के पूर्व में उत्तरी शहर तमरा में एक दो मंजिला घर पर हमला किया, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए.
वहीं, ईरान के तेल मंत्रालय का कहना है कि तेहरान में दो ईंधन डिपो को इजराइली हमलों का निशाना बनाया गया. ईरान का कहना है कि तेहरान के उत्तर-पश्चिम में शाहरान तेल डिपो को इजराइली हमले में निशाना बनाया गया, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है.
इराक ने शनिवार को द्विपक्षीय समझौतों और अंतरराष्ट्रीय कानून का हवाला देते हुए अमेरिका से गुजारिश किया कि वह इजरायली विमानों को ईरान के खिलाफ हमले करने के लिए इराकी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने से रोके.
सैन्य प्रवक्ता सबा अल-नुमान ने एक बयान में कहा, "इराकी सरकार अमेरिका से गुजारिश करती है कि वह दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित समझौतों के तहत अपनी जिम्मेदारियों को निभाए और ज़ायोनी यूनिट से संबंधित विमानों को एक बार फिर इराकी एयरस्पेस का उल्लंघन करने से रोके."
ईरान द्वारा इजराइल की ओर मिसाइलों की बौछार किए जाने के दौरान यरुशलम के ऊपर आसमान में प्रोजेक्टाइल्स देखी जा सकती थीं. ईरान ने स्थानीय समयानुसार आधी रात से पहले इजराइल पर हमला किया और इजराइल में लोगों को सुरक्षित स्थानों और आश्रयों में रहने के लिए कहा गया.
इजराइल की सेना ने कहा कि शनिवार देर रात ईरान से इजराइल की ओर और मिसाइलें दागी गईं और वह तेहरान में सैन्य ठिकानों पर भी हमला कर रहा है. ईरानी सरकारी टेलीविजन ने बताया कि ईरान ने इजराइल पर मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं.
उत्तरी इज़राइल में हाइफ़ा में आसमान में हवाई सायरन की आवाज़ की जगह धमाकों और विस्फोटों की गड़गड़ाहट सुनाई पड़ी. इज़राइली सेना ने कहा कि उसने ईरान से इज़राइल की ओर दागी गई मिसाइलों की पहचान की है और उन्हें रोकने के लिए सिस्टम काम कर रहे हैं.
इज़राइल ने ईरान पर बमबारी की और प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका अभियान तेज़ होगा, जबकि तेहरान ने परमाणु वार्ता को रद्द कर दिया, जिसे वॉशिंगटन ने बमबारी को रोकने का एकमात्र तरीका बताया था.
(इनपुट- रॉयटर्स)
ईरान ने इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमलों का नया दौर शुरू कर दिया है. सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने इजराइल पर मिसाइलें दागीं हैं. जबकि इजराइली सेना ने कहा कि वह 'तेहरान में सैन्य ठिकानों' पर हमला कर रही है. ईरानी सेना के द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फुटेज में हाइफ़ा इलाके पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले को दिखाया गया है. ईरान की मिलिट्री ने कहा, "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III आधिकारिक तौर पर अपने अगले चरण में प्रवेश कर गया है. हम पश्चिम एशिया और पूरे विश्व में नरसंहार करने और आतंक फैलाने की ज़ायोनी शासन की क्षमता को व्यवस्थित रूप से नष्ट कर रहे हैं."
Times of Israel की रिपोर्ट के मुताबिक, हाइफ़ा और पूरे उत्तरी इज़राइल में सायरन बजने लगे. हमले में किसी के घायल होने की तत्काल कोई जानकारी नहीं है.
Al Jazeera की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना का कहना है कि इजरायल के नागरिकों को अब संरक्षित क्षेत्रों में रहने की जरूरत नहीं है, जिससे यह संकेत मिलता है कि ईरानी मिसाइलों का दौर समाप्त हो गया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने ईरान पर इजरायली हमलों की निंदा की और कहा कि पाकिस्तान इस्लामी गणराज्य ईरान के साथ खड़ा है.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण ईरान की रिफाइनरी में 'भारी विस्फोट' हुआ है. ईरानी मीडिया के मुताबिक, तेहरान और छह अन्य प्रांतों में एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया गया है. Iran Red Crescent के मुताबिक, इजराइली हमले में एम्बुलेंस को नुकसान, दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं, रविवार को होने वाली अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता रद्द हो गई है.
(इनपुट- एएफपी)
इज़रायल ने कथित तौर पर दक्षिणी ईरान में दो प्राकृतिक गैस प्रतिष्ठानों पर हमले किए हैं, जिससे युद्ध एक नए स्तर पर पहुंच गया है.
तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगान ने डोनाल्ट ट्रंप से कहा कि तुर्की ईरान-इज़रायल विवाद को सुलझाने के लिए परमाणु वार्ता को एकमात्र रास्ता मानता है.
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अरागची के साथ मध्य पूर्व की स्थिति पर चर्चा करने के लिए फ़ोन पर बात की.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से मध्य पूर्व और यूक्रेन में संघर्ष के बारे में बात की. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "राष्ट्रपति पुतिन ने आज सुबह मुझे जन्मदिन की बधाई देने के लिए फोन किया, लेकिन उससे भी अहम बात यह है कि उन्होंने ईरान के बारे में बात की, एक ऐसा देश जिसे वे बहुत अच्छी तरह जानते हैं. हमने लंबी बातचीत की. रूस/यूक्रेन के बारे में बात करने में बहुत कम समय लगा, लेकिन यह अगले हफ्ते के लिए होगा. कॉल लगभग 1 घंटे तक चली. उन्हें लगता है, जैसा कि मुझे लगता है, कि इजरायल-ईरान में यह युद्ध खत्म होना चाहिए, जिस पर मैंने समझाया, उनका युद्ध भी खत्म होना चाहिए."
इरना की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बात की है. पेजेशकियन के हवाले से कहा गया है, "राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद से, मैंने इस इलाके में शांति, स्थिरता और सुरक्षा को मजबूत करने की कोशिश की है, लेकिन ज़ायोनी शासन ने हर उस इलाके को बाधित और तोड़फोड़ किया है, जहां हम कुछ हासिल करना चाहते थे."
कई साल की दुश्मनी के बाद 2023 में राजनयिक संबंधों को बहाल करने पर सहमत होने के बाद से रियाद और तेहरान के बीच संबंधों में काफी सुधार हुआ है.
इसके साथ ही विदेश मंत्री पेजेशकियन ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ फोन पर बातचीत में कहा, "ईरान ने कभी जंग की मांग नहीं की है, लेकिन वह निर्णायक रूप से अपना बचाव करने में संकोच नहीं करता है. यह सोचना गलत है कि ईरान दोहरे मानदंडों को स्वीकार करेगा और इजरायल द्वारा हमले के दौरान बातचीत करेगा."
Tasnim न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ईरानी वायु रक्षा ने देश के उत्तर-पूर्व में मशहद शहर के ऊपर एक "अज्ञात वस्तु" पर हमला किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से मध्य पूर्व और यूक्रेन में संघर्ष के बारे में बात की. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "राष्ट्रपति पुतिन ने आज सुबह मुझे जन्मदिन की बधाई देने के लिए फोन किया, लेकिन उससे भी अहम बात यह है कि उन्होंने ईरान के बारे में बात की, एक ऐसा देश जिसे वे बहुत अच्छी तरह जानते हैं. हमने लंबी बातचीत की. रूस/यूक्रेन के बारे में बात करने में बहुत कम समय लगा, लेकिन यह अगले हफ्ते के लिए होगा. कॉल लगभग 1 घंटे तक चली. उन्हें लगता है, जैसा कि मुझे लगता है, कि इजरायल-ईरान में यह युद्ध खत्म होना चाहिए, जिस पर मैंने समझाया, उनका युद्ध भी खत्म होना चाहिए."
Press TV की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि अगर इजरायली शासन देश पर और अधिक आक्रमण करता है, तो सशस्त्र बल उसे और अधिक कुचलने वाला और शक्तिशाली जवाब देंगे. पेजेशकियन ने यह बात शनिवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ फोन पर बातचीत के दौरान कही. शुक्रवार को तड़के इजरायली के द्वारा ईरान पर किए गए हमले के बाद बातचीत हुई, जिसमें तेहरान और अन्य शहरों में कई सैन्य और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया गया था.
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा, "जो लोग मानवाधिकारों की रक्षा करने का दावा करते हैं, वे न केवल ज़ायोनी शासन की आक्रामकता का समर्थन करते हैं, बल्कि (इज़राइल को) हथियार और उपकरण देकर इन अमानवीय कृत्यों को अंजाम देने के लिए उसे प्रोत्साहित भी करते हैं."
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित इजरायली शासन सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करता है.
राष्ट्रपति ने कहा, "अगर इस्लामिक गणराज्य इस अपराधी और बच्चों की हत्या करने वाले शासन के सामने खुद का बचाव करने में सक्षम नहीं होता, तो उसे अपनी जमीन के खिलाफ हर रोज हमला और अपने लोगों और वैज्ञानिकों का नरसंहार देखना पड़ता.