इजरायल द्वारा ईरान के प्रमुख सैन्य और परमाणु प्रतिष्ठानों पर लक्षित हमले शुरू करने के बाद मध्य पूर्व एक खतरनाक तनाव के कगार पर पहुंच गया है. इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने पुष्टि की है कि उनके सैन्य अभियान का पहला चरण अब पूरा हो गया है. इन हमलों में ईरान के सेना प्रमुख और कई शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक समेत 20 सीनियर कमांडर मारे गए हैं. इससे तेहरान की रक्षा और परमाणु कमान को गहरा झटका लगा है.
ईरान ने इजरायली हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स चीफ हुसैन सलामी की मौत की पुष्टि की है. वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि आईडीएफ ने ईरान के लिए परमाणु बम बना रहे कुछ प्रमुख वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया है. वहीं, ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल फैसिलिटी को भी इजरायली हमले में काफी नुकसान पहुंचा है.
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने ईरान पर हमले जारी रहने के कारण पूरे देश में "सभी युद्ध क्षेत्रों" में सैनिकों को तैनात करना शुरू कर दिया है. ईरान की धमकी के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है.
ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक, तेहरान पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 78 लोग मारे गए हैं जबकि 329 लोग घायल हुए हैं. घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
हमास ने इजरायली हमलों के बाद ईरान को अपना समर्थन देने का ऐलान करते हुए कहा है कि ईरान इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी प्रतिरोध का समर्थन करने की 'कीमत चुका रहा है.
ईरान ने अमेरिका के साथ होनी वाली परमाणु वार्ता से आधिकारिक तौर पर खुद को अलग कर लिया है. तेहरान ने यह फैसला राज्य टेलीविज़न पर आधिकारिक घोषणा के ज़रिए किया है. ईरानी सांसद अलादीन बोरूजेरदी ने बताया कि ओमान में 15 जून को होने वाले छठे दौर की बातचीत को रद्द कर दिया गया है.यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक पोस्ट में संकेत दिया कि ईरान के पास "डील करने का दूसरा मौका" हो सकता है. इस कदम से अमेरिका-ईरान संबंधों में एक बार फिर तनाव गहराने की आशंका जताई जा रही है.
रॉयटर्स के मुताबिक, ईरान पर इजरायल के हमलों में आईआरजीसी (इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) के प्रमुख, एयरोस्पेस फोर्स कमांडर आमिर अली हाजीजादेह सहित कम से कम 20 वरिष्ठ ईरानी कमांडर मारे गए है.
इजरायल के हमलों के बाद ईरान की कैबिनेट ने आपातकालीन सत्र बुलाया है. तनाव बढ़ने की आशंका के बीच राष्ट्रपति पेजेशकियन जल्द ही राष्ट्र को संबोधित करेंगे.तेहरान ने संकेत दिया कि संकट अभी खत्म नहीं हुआ है.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद पकपूर को आईआरजीसी (इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) का नया कमांडर नियुक्त किया है. उन्होंने मेजर जनरल हुसैन सलामी की जगह ली है. इसके साथ ही, ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल रहीम मूसावी को सेना का नया चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया है, जो मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी की जगह लेंगे. इसके अलावा, ब्रिगेडियर जनरल अली शादमानी को ख़ातम अल-अनबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर्स का नया कमांडर बनाया गया है, जो जनरल ग़ुलामअली राशिद की जगह लेंगे.
सोशल मीडिया पर ईरान के जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह ने स्टोरी शेयर की है. जनरल हाजीजाजेह ईरान के आईआरजीसी (इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) के एयर एंड स्पेस डिवीजन के कमांडर थे. इजरायली ने दावा किया था कि उसने आईआरजीसी के ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह को मार गिराया है. अब अमीर अली हाजीज़ादेह के बेटे ने भी सोशल मीडिया पर पुष्टि कर दी है कि उनके पिता को इज़रायली बलों ने मार गिराया.
इजरायल ने ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने के लिए उसके परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला किया है. इसने मध्य पूर्व में नए तनाव को जन्म दे दिया है. ईरान ने भी इजरायल पर जवाबी हमले किए हैं और 100 से अधिक ड्रोन दागा है. इस बीच यरुशलम स्थित संयुक्त राज्य अमेरिका के दूतावास ने शुक्रवार (13 जून) की सुबह अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया. अलर्ट में कहा गया है, 'वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए अमेरिकी दूतावास ने अपनेस भी सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को अगले आदेश तक सुरक्षित स्थानों पर रहने का निर्देश दिया है.'
ईरान ने अपने जवाबी हमले में इजरायल पर 100 से अधिक ड्रोन दागे हैं. इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम एक्टिव हो गया है. इस बीच आईडीएफ ने ईरान के तीन बड़े सैन्य अधिकारियों को मारने का दावा किया है. आईडीएफ ने पर एक पोस्ट में कहा, 'अब हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर और ईरान के इमरजेंसी कमांड के कमांडर 200 से अधिक लड़ाकू विमानों द्वारा ईरान में किए गए इजरायली हमलों में मारे गए. ये तीनों क्रूर सामूहिक हत्यारे थे, जिनके हाथ अंतरराष्ट्रीय खून से रंगे हैं. इनके बिना दुनिया एक बेहतर जगह होगी.'
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायली हमले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा, 'जायोनी शासन ने आज सुबह हमारे प्यारे देश में अपने शैतानी, खून से सने हाथों से एक अपराध किया है. इसने आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाकर अपनी दुर्भावनापूर्ण प्रकृति को पहले से भी अधिक उजागर किया है. इस अपराध के साथ, जायोनी शासन ने अपने लिए एक कड़वी, दर्दनाक नियति तैयार कर ली है, जिसे उसे निश्चित रूप से देखना होगा. दुश्मन के हमलों में कई कमांडर और वैज्ञानिक शहीद हो गए हैं. ईश्वर की इच्छा से उनके उत्तराधिकारी और सहकर्मी बिना देरी किए अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे. उस जायोनी शासन को कड़ी सजा की उम्मीद करनी चाहिए. ईश्वर की कृपा से, इस्लामी गणराज्य की सशस्त्र सेना उन्हें सजा दिए बिना नहीं छोड़ेगी.'
ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी की इजरायली हमलों में मौत हो गई है. इससे पहले रेवोल्यूशनरी गॉर्ड्स (ईरान का अर्धसैनिक बल) के चीफ हुसैन सलामी की भी इजरायली एयर स्ट्राइक में मौत की पुष्टि ईरान ने की थी. ईरान के लिए दो बड़े सैन्य कमांडरों का मारा जाना एक बड़ा झटका है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा क्षेत्र में संभावित बड़े संघर्ष की चेतावनी दिए जाने के बाद, इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु और सैन्य स्थलों को निशाना बनाते हुए हमला किया. ईरानी सरकारी मीडिया ने बताया कि तेहरान में आवासीय इमारतों पर भी हमला किया गया, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कई नागरिक मारे गए.
इजराइल और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है. शुक्रवार को इजराइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य स्थलों पर प्री-एम्पटिव (यानी पहले से की गई सुरक्षा की कार्रवाई) हमला किया. इज़रायली सेना ने कहा कि हमलों में ईरान की लंबी दूरी की मिसाइल क्षमताओं और उसके परमाणु कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण स्थलों को निशाना बनाया है.
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मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने यह सैटेलाइट इमेज 24 जनवरी, 2025 को ली थी, जिसमें ईरान में नतांज न्यूक्लियर फैसिलिटी को देखा जा सकता है. इजरायल ने इस फैसिलिटी पर हवाई हमला किया है, जिसकी पुष्टि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने की है.
इजरायली हमले के बाद ईरान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इस कारण हवाई यातायात सेवाएं बाधित हुई हैं. एयर इंडिया को भी अपनी कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा है या बीच रास्ते से मूल स्थान पर वापस होना पड़ा है. एयर इंडिया ने उन उड़ानों की लिस्ट जारी की है जिन्हें ईरान में उत्पन्न मौजूदा स्थिति के कारण प्रभावित होना पड़ा है...
AI130 – लंदन हीथ्रो-मुंबई – वियना की ओर डायवर्ट
AI102 – न्यूयॉर्क-दिल्ली – शारजाह की ओर डायवर्ट
AI116 – न्यूयॉर्क-मुंबई – जेद्दा की ओर डायवर्ट
AI2018 – लंदन हीथ्रो-दिल्ली – मुंबई की ओर डायवर्ट
AI129 – मुंबई-लंदन हीथ्रो – मुंबई वापसी
AI119 – मुंबई-न्यूयॉर्क – मुंबई वापसी
AI103 – दिल्ली-वाशिंगटन – दिल्ली वापसी
AI106 – नेवार्क-दिल्ली – दिल्ली वापसी
AI188 – वैंकूवर-दिल्ली – जेद्दा की ओर डायवर्ट
AI101 – दिल्ली-न्यूयॉर्क – फ्रैंकफर्ट/मिलान की ओर डायवर्ट
AI126 – शिकागो-दिल्ली – जेद्दा की ओर डायवर्ट
AI132 – लंदन हीथ्रो-बेंगलुरु – शारजाह की ओर डायवर्ट
AI2016 – लंदन हीथ्रो-दिल्ली – वियना की ओर डायवर्ट
AI104 – वाशिंगटन-दिल्ली – वियना की ओर डायवर्ट
AI190 – टोरंटो-दिल्ली – फ्रैंकफर्ट की ओर डायवर्ट
AI189 – दिल्ली-टोरंटो – दिल्ली की डायवर्ट
एयर इंडिया ने कहा है कि हम इस अप्रत्याशित व्यवधान के कारण अपने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं और इसे कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, जिसमें यात्रियों के लिए आवास की व्यवस्था करना भी शामिल है. उन पैसेंजर्स को कैंसिलेशन, कॉम्प्लीमेंटरी रिशेड्यूलिंग और रिफंड का विकल्प भी दिया जा रहा है, जो इसे चुनना चाहते हैं. यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि 80 साल पहले, यहूदी नाजी शासन द्वारा किए गए नरसंहार के शिकार हुए थे. लेकिन आज यहूदी ईरानी शासन द्वारा परमाणु नरसंहार का शिकार होने से इनकार करते हैं. प्रधानमंत्री के रूप में, मैंने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि इजरायल उन लोगों को कभी उस लक्ष्य को प्राप्त करने के साधन विकसित करने की अनुमति नहीं देगा जो हमारे विनाश का आह्वान करते हैं.
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ईरान पर इजरायल ने हमला किया है, राजधानी तेहरान पर बम बरसाए गए. ईरान ने भी इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है, दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. दोनों ओर से लगातार हमले और पलटवार हो रहे हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है.
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इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया है. इजरायली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान में बमों से हमला किया है. इसके अलावा इजरायल ने ईरानी आर्मी के ठिकानों और उसने न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया है. इजरायल के प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने कहा कि हमने नतांज में ईरान के मुख्य न्यूक्लियर प्लांट को निशाना बनाया, हमने ईरानी बम बनाने पर काम कर रहे प्रमुख ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया, तथा हमने ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केन्द्र पर भी हमला किया.
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इजरायली हमले के बाद ईरान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इस कारण एयर इंडिया की फ्लाइट AIC129, जो आज सुबह मुंबई से लंदन के लिए रवाना हुई थी, वापस मुंबई लौट रही है. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने एक बयान में कहा है कि हम ईरान में गंभीर रूप से चिंताजनक स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. एजेंसी नातांज न्यूक्लियर साइट पर इजरायली हमले की पुष्टि कर सकती है. हम न्यूक्लियर रेडिएशन लेवल के बारे में पता लगा रहे हैं और ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है. हम देश में अपने निरीक्षकों के साथ भी संपर्क में हैं.
इजरायल में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए सेफ्टी एडवाइजरी जारी की है. भारतीय दूतावास ने X पर एक पोस्ट में लिखा, 'क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और इजरायली अधिकारियों और होम फ्रंट कमांड द्वारा बताए गए सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है. कृपया सावधानी बरतें, देश के भीतर अनावश्यक यात्रा से बचें और सेफ्टी बंकर्स के नजदीक रहें.'
आईडीएफ के होम फ्रंट कमांड के कमांडर एमजी रफी मिलो ने इजरायलियों से ईरान के जवाबी हमले की आशंका में बंकरों में शरण लेने का आग्रह किया है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'इस अभियान के दौरान हम व्यापक अलर्ट की उम्मीद करते हैं. यह महत्वपूर्ण है कि आप सब अच्छे तरीके से बंकरों के अंदर शरण लें, चाहे वह आपके निजी घर में हो या सार्वजनिक स्थानों पर. हमारे सामने चुनौतीपूर्ण और जटिल दिन हैं. हम एक साथ मजबूत हैं और इजरायल की रक्षा के लिए तैयार हैं.'
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक बयान में कहा कि इजरायल को इस हमले की 'कड़ी सजा' मिलेगी. इजराइल के हमले ऐसे समय में हुए हैं जब कुछ दिन पहले ही ईरान और अमेरिका के बीच तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर ओमान में रविवार को छठे दौर की वार्ता होने वाली थी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन ईरान से एक ऐसे समझौते की मांग कर रहा है, जिसके तहत उस पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में राहत के बदले तेहरान को अपना परमाणु कार्यक्रम को रोकना होगा.
इजरायली मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार आईडीएफ ने तबरीज और केरमानशाह प्रांतों पर हमले की चौथी लहर शुरू कर दी है. इधर अंतराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने पुष्टि की है कि इजरायल ने नातांज में ईरान के परमाणु संवर्धन केंद्र पर हमला किया है. पश्चिमी ईरान के शहर केरमानशाह में लोगों ने बताया कि उन्होंने विस्फोटों की आवाज सुनी और शहर के ऊपर काला धुआं उठते देखा. यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि हमला किस लक्ष्य पर किया गया था.
ईरान की सरकारी मीडिया ने इजरायली हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी की मौत की पुष्टि की है. इजरायल ने ईरान पर हमले का नाम दिया 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' दिया है. वहीं, ईरान ने इस हमले का करारा जवाब देने का ऐलान किया है. ईरान ने कहा है कि वह अमेरिका और इजरायल दोनों को इन हमलों के लिए सबक सिखाएगा.