इजरायली हमले में देश के टॉप लीडरशिप को खोकर ईरान बौखलाया हुआ है. ईरानी मीडिया के अनुसार ईरान के रक्षा मंत्री अज़ीज़ नसीरजादेह ने कहा है कि इजरायल हमारी 'कुचल देने वाली प्रतिक्रिया' का इंतजार करे.
संयुक्त राष्ट्र को भेजे गए एक पत्र में ईरान ने इस हमले के बाद तत्काल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीटिंग बुलाने की मांग की है. तेहरान ने इजरायली हमलों की तीव्र निंदा की है और सुरक्षा परिषद से ईरानी संप्रभुता के उल्लंघन से पैदा हुए सवाल को संबोधित करने के लिए तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है.
UN को भेजे पत्र में ईरान ने कहा है, "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इन कायरतापूर्ण और गैरकानूनी कृत्यों का निर्णायक, आनुपातिक और निवारक तरीके से अपने द्वारा चुने गए समय और स्थान पर जवाब देगा."
इसमें आगे कहा गया है कि ईरान की क्षेत्रीय अखंडता, राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा करना एक मौलिक और नॉन नेगोशिएबल (जिससे समझौता न किया जाए) अधिकार है. ईरान ने कहा कि इजरायल का हमला 'युद्ध की घोषणा' है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर कहा कि इजरायल की आक्रामकता 'युद्ध की घोषणा' है. अराघची ने IAEA को पत्र लिखकर IAEA चीफ ग्रॉसी से ईरान के परमाणु स्थलों के खिलाफ इजरायली हमले की निंदा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इजरायल का यह कदम ईरान के खिलाफ युद्ध की आक्रामक घोषणा है.
इजरायल ने कहा है कि ज़ायोनी शासन को इस आक्रामकता और इसकी रणनीतिक मिसकैलकुलेशन के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
मारा गाया गया ईरान का टॉप मिलिट्री लीडरशिप
इजरायल द्वारा किए गए इस अभूतपूर्व हमले में ईरान का टॉप मिलिट्री लीडरशिप खत्म हो गया है. ईरान के कई परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं. उसके परमाणु साइट तबाह हो गए हैं और बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को भी नुकसान पहुंचा है.
Israel Strikes Residential Areas in Tehran in Early Morning Attackhttps://t.co/Y5ttBaIFor pic.twitter.com/H0vv2tR1X3
— Fars News Agency (@EnglishFars) June 13, 2025
ईरान ने माना है कि इस हमले में ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी; इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी; खतम अल-अनबिया सेंट्रल मुख्यालय के कमांडर मेजर जनरल घोलम अली राशिद मारे गए हैं.
इजरायली हमले में मारे गए 6 परमाणु वैज्ञानिक
अगर इजरायली हमले में मारे गए ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की बात करें तो ईरान ने 6 परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की बात स्वीकार कर ली है. इनमें ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के पूर्व प्रमुख डॉ. फेरेयदून अब्बासी; और प्रमुख परमाणु भौतिक विज्ञानी डॉ. मोहम्मद मेहदी तेहरांची, अब्दुलहामिद मिनोउचेहर, अहमदरेज़ा ज़ोल्फ़ागरी, सईद अमीरहुसैन फ़ेक़ी, मोतलाबिजादेह शामिल हैं.
Aftermath of Israeli Strike in Civilian Areas in Tehranhttps://t.co/LoR1d2cHTC pic.twitter.com/9dNm99oBda
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इस हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च मजहबी नेता अली खामेनेई बिफरे हुए हैं. उन्होंने ईरान को दंड देने की धमकी दी है. अली खामेनेई ने कहा, "जायोनी शासन को कठोर सज़ा की उम्मीद करनी चाहिए. ईरान की सशस्त्र सेनाओं का शक्तिशाली हाथ उन्हें सज़ा दिए बिना नहीं छोड़ेगा. इस हमले में हमारे कई कमांडर और वैज्ञानिक शहीद हो गए, लेकिन उनके उत्तराधिकारी अपना मिशन जारी रखेंगे.यह अपराध करके ज़ायोनी शासन ने अपने कड़वे भाग्य को सील कर दिया है और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी.
ईरान का कहना है कि इस हमले में कई निर्दोष नागरिक, बच्चे और महिलाएं मारे गए हैं.