भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में न सिर्फ आतंकी अड्डों को तबाह किया बल्कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. अब अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए अपने एक विश्लेषण में बताया कि भारत के हमलों में पाकिस्तान के कम से कम 6 एयरबेस के रनवे और इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है. एक्सपर्ट के हवाले से कहा गया कि दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंदियों के बीच दशकों से चल रहे संघर्ष में यह अपनी तरह का सबसे बड़ा हमला है.
हमले में पाकिस्तानी एयरबेस तबाह
दो दर्जन से ज़्यादा सैटेलाइट तस्वीरों और उसके बाद के कई वीडियो का रिव्यू करने पर पाया गया कि हमलों में तीन हैंगर, दो रनवे और वायुसेना की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली दो मोबाइल इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है. भारत ने कुछ जगहों पर तो पाकिस्तान में 100 मील अंदर तक घुसकर हमला किया है.
सैन्य कार्रवाई पर नज़र रखने के लिए सैटेलाइट इमेजरी का इस्तेमाल करने वाले रिसर्च प्रोजेक्ट, कांस्टेंटेड ग्राउंड के एनलिस्ट विलियम गुडहिंड के मुताबिक, 'हाई लेवल टारगेट्स पर सटीक हमले किए गए, जिसका मकसद पाकिस्तान की आक्रामक और रक्षात्मक हवाई क्षमताओं को गंभीर रूप से कमज़ोर करना था.'
जंग के करीब थे परमाणु देश
दस मई के इस घटनाक्रम ने अमेरिका को परेशान कर दिया, जहां अधिकारियों को डर था कि दोनों परमाणु देश पूरी तरह से जंग के करीब पहुंच गए हैं. पोस्ट ने दावा किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान सीजफायर को राजी हुए हैं.
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार ने सैन्य कार्रवाई को रोक दिया है, लेकिन अगर 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम जैसी कोई भी आतंकी गतिविधि हुई तो भारत फिर से पाकिस्तान पर हमला करेगा. नई दिल्ली ने कहा कि हमले का सीधे कनेक्शन पाकिस्तान से है. हालांकि इस्लामाबाद ने किसी भी तरह की भूमिका से इनकार कर रहा है और इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग कर रहा है.
भारतीय वायुसेना के हमले में इस्लामाबाद के ठीक बाहर रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर दो मोबाइल कंट्रोल सेंटर तबाह हो गए, गुडहिंड ने सैटेलाइट इमेजरी की समीक्षा करने के बाद यह बताया है. पास के एक पार्किंग स्थल से लिए गए वीडियो में तबाह हुए इलाके से धुआं निकलता हुआ साफ दिखाई दे रहा है.
क्यों अहम है नूर खान एयरबेस
एक अन्य डिफेंस रिसर्चर ने कहा कि नूर खान एयरबेस पाकिस्तान के सबसे अहम सैन्य ठिकानों में से एक है, क्योंकि यह सेना का सेंट्रल ट्रांसपोर्ट सेंटर है. यह बेस रणनीतिक प्लानिंग डिवीजन के भी करीब है, जो देश के 170 परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार यूनिट है. पाकिस्तानी आर्मी का मुख्यालय और जॉइंट स्टाफ हेडक्वार्टर भी नूर सुल्तान के करीब रावलपिंडी में स्थित है.
अखबार की ओर से बताया गया कि सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में पाकिस्तानी वायुसेना के भोलारी और शाहबाज एयरबेस की इमारतों को भारी नुकसान दिखाया गया है. भोलारी एयरबेस में एक हैंगर की छत में लगभग 60 फीट चौड़ा छेद दिखाई देता है, एक्सपर्ट के मुताबिक यह मिसाइल अटैक की वजह से हुआ होगा. एयरबेस पर बाहर फुटपाथ और दीवार पर मलबा बिखरा हुआ था.
सैटेलाइट तस्वीरों में खुली पोल
भोलारी हैंगर में आमतौर पर साब 2000 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान रखा जाता है. सैन्य रिसर्चर के मुताबिक इस सर्विलांस प्लेन की कीमत करोड़ों डॉलर है. हालांकि यह साफ नहीं है कि क्या हमले के वक्त विमान हैंगर में था. मुख्य तौर पर सेना की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले शाहबाज एयरबेस पर भी सैटेलाइट तस्वीरों में बड़ा छेद दिखाई दिया. यहां 100 फीट से ज़्यादा चौड़े हैंगर और एक कंट्रोल टावर को नुकसान पहुंचा है.
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पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्व में स्थित सुक्कुर एयरबेस को भी भारी नुकसान हुआ है, जिसका इस्तेमाल नागरिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता है. यहां धमाके की वजह से एक हैंगर पूरी तरह से तबाह हो गया. गुडहिंड के मुताबिक यहां राडार सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा है. भारतीय हमलों की वजह से मुशफ एयरबेस और शेख जायद इंटरनेशन एयरपोर्ट के रनवे पर भी बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं.
भारत ने बदली रणनीति
पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को बताया कि भोलारी में वायुसेना के पांच सदस्य और मुशफ में एक सदस्य मारा गया. पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार डॉन ने खबर दी है कि शेख जायद हवाई अड्डे के रॉयल लाउंज की इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है. संयुक्त अरब अमीरात के दिवंगत संस्थापक के नाम पर इस एयरबोर्ट का नाम रखा गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक एक साथ पाकिस्तान में इतने सारे सैन्य ठिकानों पर हमला करना भारत की रणनीति में हुए बड़े बदलाव को दर्शाता है. इससे पहले भारत ने अपने हवाई अभियान को पीओके या पाकिस्तान के दूरदराज के हिस्सों तक ही सीमित रखा था. अब भारत ने आतंकवादी हमलों पर मजबूत जवाबी कार्रवाई कर पाकिस्तान को सबक सिखाने का नजरिया अपनाया है.