ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. भारत के हमले में मारे गए एक आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी सेना और सरकार के अफसर भी दिखाई दिए थे. इस दौरान आतंकी के जनाजे पर फातिहा पढ़ने वाले एक आतंकी की तस्वीर जमकर वायरल हुई, जिस पर अब पाकिस्तानी सेना ने उसे निर्दोष बताया है.
पाकिस्तान आईएसपीआर (ISPR) के महानिदेशक ने दावा किया है कि जिस वायरल तस्वीर में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी अन्य सैन्यकर्मियों के साथ दिखाई दे रहा है. वह एक आम मौलवी और फैमिली मैन है. इस दौरान डीजी ने उसका राष्ट्रीय पहचान पत्र भी दिखाया, जिससे सेना की पोल खुल गई.
लेकिन सच्चाई ये है कि जिस शख्स की पहचान आईएसपीआर के डीजी ने बताई है. उसका नाम, जन्मतिथि और पहचान पत्र नंबर पूरी तरह से आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ से मेल खाता है, जिसे वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है.
आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ है. अमेरिका ने भी रऊफ को आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया है. अमेरिरकी वित्त मंत्रालय के मुताबिक, अब्दुर रऊफ लश्कर-ए-तैयबा और उसके फ्रंट संगठनों के लिए चंदा इकट्ठा करता रहा है.
हाफिज अब्दुर पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) का सदस्य है. इस पार्टी को हाफिज सईद का समर्थन है. 2024 के चुनाव में हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद ने लाहौर की सीट NA-127 से चुनाव लड़ा था जबकि हाफिज अब्दुर रऊफ लाहौर की NA-19 सीट से चुनाव लड़ा था.