बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल में फैसले की तारीख आने से पहले मुल्क में तनाव बढ़ गया है. बुधवार को ढाका और आसपास के कई शहरों में आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुईं. आज ढाका में इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल वह तारीख मुकर्रर करेगा जब शेख हसीना के खिलाफ दर्ज मुकदमों में फैसला सुनाया जाएगा.
शेख हसीना पर दर्जनों मुकदमे
देश छोड़ने के बाद शेख हसीना के खिलाफ हत्या से लेकर साजिश समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज किए गए हैं. इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल में शेख हसीना के खिलाफ सुनवाई हुई है. इस ट्रिब्यूनल का गठन शेख हसीना की सरकार ने ही किया था. जमात-ए-इस्लामी और BNP नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों की सुनवाई इसी अदालत में होती थी और मौत की सजा तक सुनाई गई थी.
अवामी लीग ने किया मार्च का ऐलान
शेख हसीना के खिलाफ फैसले की तारीख के ऐलान से पहले अवामी लीग ने ढाका में मार्च की घोषणा की है. पुलिस के साथ-साथ बड़ी संख्या में बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड्स को ढाका समेत आसपास के तमाम शहरों में तैनात किया गया है. इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल के जज गुलाम मुर्तजा मजूमदार आज उस तारीख की घोषणा करेंगे जब शेख हसीना के खिलाफ अदालत अपना फैसला सुनाएगी.
प्रॉसिक्यूशन ने की मृत्युदंड की मांग
शेख हसीना के साथ-साथ ढाका के पूर्व पुलिस प्रमुख और पूर्व गृह मंत्री के खिलाफ भी फैसला आना है. शेख हसीना की अनुपस्थिति में एक जून से इस अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा शुरू हुआ था, जिसमें बड़े पैमाने पर हत्या और मानवता के खिलाफ अपराध जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए थे. बांग्लादेश की प्रॉसिक्यूशन ने शेख हसीना के लिए दोषी पाए जाने पर मृत्युदंड की मांग की है. अवामी लीग ने आज ढाका में मार्च का ऐलान किया है.